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Thursday 23 June 2016 06:04:18 AM
लखनऊ। भारतीय सेना में सेवारत सेना चिकित्सा कोर के चिकित्सकों के लिए मेडिकल ऑफीसर्स बेसिक कोर्स-209 पूरा होने पर आज लखनऊ छावनी के सेना चिकित्सा कोर केंद्र एवं अधिकारी प्रशिक्षण कॉलेज में एक भव्य 'रस्मी-परेड' आयोजित हुई। नौ सप्ताह तक चले आधारभूत पाठ्यक्रम में सशस्त्र चिकित्सा सेवाओं के कुल 114 युवा मेडिकल एवं दंत सैन्य चिकित्साधिकारियों ने भाग लिया, जिनमें 45 महिला सैन्य चिकित्साधिकारी भी शामिल थीं। 'रस्मी परेड' का निरीक्षण सेना चिकित्सा कोर केंद्र एवं ऑफीसर्स प्रशिक्षण कॉलेज के सेनानायक एवं मुख्य अनुदेशक मेजर जनरल जगतार सिंह ने किया और मार्च-पास्ट की सलामी ली। इस अवसर पर सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों एवं पाठ्यक्रम में शामिल युवा चिकित्सा सैन्यधिकारियों के परिजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
कैप्टन दिव्या कोचर को पाठ्यक्रम का 'बेस्ट-इन-एकेडमिक अधिकारी' के लिए 'अशोक चक्र मेजर लैशराम ज्योतिन सिंह स्मृति ट्रॉफी' से नवाजा गया, जबकि कैप्टन हरिकृष्णन पी को 'बेस्ट ऑफीसर-इन-फिल्ड इवेंट्स' के लिए 'अशोक चक्र मेजर लैशराम ज्योतिन सिंह स्मृति ट्रॉफी' प्रदान की गई। युवा सैन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए मेजर जनरल जगतार सिंह ने उनका आह्वान किया कि वे अपने पेशेवराना महारत के श्रेष्ठ मानदंडों को निभाते हुए सैन्य चिकित्सकों की शानदार परंपरा को बनाए रखें। उन्होंने इस पाठ्यक्रम में सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को बधाई दी। मेजर जनरल जगतार सिंह ने इस पाठ्यक्रम में युवा सैन्यधिकारियों की अपार सफलता एवं उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि नौ सप्ताह तक चले इस पाठ्यक्रम में अधिकारियों को अपनी उच्च व्यावसायिक कार्यदक्षता को निखारने का अवसर मिला है।