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Sunday 18 December 2016 05:01:01 AM
लखनऊ। योग अब हर एक समाज में प्रारंभिक दिनचर्या का हिस्सा बनता जा रहा है। कहीं यह अभिन्न सखा है और कहीं अभिन्न सखी। जी हां! यह कहना अतिश्योक्ति न होगा। विश्वविख्यात योगगुरू स्वामी रामदेव की योग प्रेरणा का जहां-तहां बड़ी संख्या में स्त्री-पुरुषों, युवक-युवतियों और बच्चों पर सकारात्मक और भावनात्मक प्रभाव दिख रहा है। रोज सुबह और शाम लखनऊ के पार्कों में इसके विहंगम दृश्य देखने को मिलते हैं, जिनसे प्रेरणा लेकर लोग योग शिक्षक के माध्यम से इसे अपनी जीवनशैली में अनिवार्यरूप से शामिल करते जा रहे हैं।
लखनऊ आलमबाग़ में चंदन नगर की गुलाब वाटिका का यह चित्र इसी योग प्रेरणा की देन है, जिसमें ये महिलाएं योग क्रिया के बाद सामूहिकरूप से योग के उपायों से प्रफुल्लित नज़र आ रही हैं। योग ने इनको न केवल स्वास्थ्य का शानदार उत्तरदान दिया है, अपितु इन्हें हंसमुख भी बनाया है। योगिक जागरुकता से प्रभावित शहनाज़ फातिमा की इन युवतियों के बीच भागीदारी उल्लेखनीय है। यहां इनका रोज प्रातःकालीन और सांध्यकालीन योग शिविर चलता है। इस योग शिविर में अन्यों के साथ-साथ मुस्लिम महिलाएं और युवतियां भी योग करने आती हैं।