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Monday 6 March 2017 02:17:04 AM
देहरादून। उत्तराखंड के आकर्षक, लोकप्रिय और बहुप्रतीक्षित आयोजन ‘वसंतोत्सव का पुष्प प्रदर्शनी’ के साथ समापन हो गया है। कृषि एवं उद्यान विभाग का प्रकृति, संस्कृति, तकनीक तथा हुनर के प्रदर्शन एवं समागम का यह आयोजन आगंतुकों तथा पुष्प उत्पादकों को उत्साहित करते हुए सफल रहा। राज्यपाल डॉ कृष्णकांत पाल ने पुष्प प्रतियोगिताओं, रंगोली तथा बच्चों की चित्र प्रतियोगिता, फोटो प्रतियोगिता आदि श्रेणियों के कुल 138 विजेताओं को प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार वितरित किए। उत्तराखंड के सभी जिलों से चयनित तीन-तीन पुष्पोत्पादकों को प्रोत्साहन पुरस्कार दिए गए। टिकट प्रदर्शनी में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय आने वाले छात्रों शोभित प्रियदर्शी, महक थापा और अभिति मिश्रा को राज्यपाल ने क्रमशः पांच हजार, तीन हजार तथा दो हजार रुपये की नकद धनराशि देकर प्रोत्साहित किया।
वसंतोत्सव समापन पर राज्यपाल ने विश्वासपूर्वक कहा कि उत्तराखंड पुष्पभूमि के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल होगा, क्योंकि यहां का पूरा वातावरण सभी प्रकार के फूलों की खेती के अनुकूल है। उन्होंने कहा कि व्यावसायिक पुष्पोत्पादन के माध्यम से राज्य के आर्थिक विकास को बल मिलेगा और दूर-दराज के क्षेत्र में रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे। राज्यपाल ने कहा कि कुदरत के बेमिसाल रंगों और खुशबू से सराबोर प्राकृतिक वैभव के इस उत्सव ने दो दिन में प्रत्येक आगंतुक के हृदय में एक नई उमंग, जोश और ताज़गी का संचार किया होगा। राज्यपाल ने कहा कि अब यह आयोजन केवल पुष्प प्रदर्शनी नहीं रहा, बल्कि पुष्प व्यवसाय से जुड़े काश्तकारों, प्रकृतिप्रेमियों, संगीत-नृत्य, लोक-कला, चित्रकला सहित अन्य हुनर से समृद्ध तथा परंपराओं से जुड़े लोगों के लिए एक विशेष अवसर बन गया है।
डॉ कृष्णकांत पाल ने कहा कि यह आयोजन औद्यानिकी से संबंधित विभिन्न गतिविधियों, विचारों तथा तकनीक के आदान-प्रदान के साथ ही लोगों को आपस में मेलजोल बढ़ाने का भी अवसर प्रदान करता है, जिससे समाज में अच्छे वातावरण की उम्मीदें बनी रहती हैं। चित्रकला प्रतियोगिता में बच्चों की भारी संख्या में प्रतिभागिता से अभिभूत राज्यपाल ने कहा कि इस आयोजन से सभी वर्ग के बच्चों विशेष रूप से अपवंचित वर्ग के बच्चों को उनकी कल्पनाशक्ति को रंगों के माध्यम से अभिव्यक्त करने का शानदार मौका मिला है। राज्यपाल के विशेष दिशा-निर्देश से प्रेरित होकर इस वर्ष के आयोजन में कई नए आयाम जोड़े गए, जिनमें डाक टिकट संग्रहण करने वाले बच्चों के डाक टिकटों की प्रदर्शनी एवं सेलर्स एवं बायर्स मीट का आयोजन कराया गया। विभिन्न पुष्प व्यवसाय से जुड़े क्रेता-विक्रेताओं ने कई प्रकार की जानकारी साझा की, जिसमें फूलों एवं सजावटी पौधों के उत्पादन से लेकर विपणन तक की समस्त गतिविधियों और मार्केटिंग बढ़ाने पर विचार किया गया।
राज्यपाल ने विजेताओं, प्रतिभागियों, विशेषतः बच्चों तथा प्रदर्शनी के मुख्य आयोजक उद्यान विभाग, संस्कृति विभाग सहित सभी सहयोगी विभागों को महोत्सव के आयोजन तथा उसे सफल बनाने के लिए बधाई दी। उन्होंने निदेशक उद्यान डॉ वीएस नेगी, राजभवन परिसर के वरिष्ठ उद्यान निरीक्षक दीपक पुरोहित के प्रयासों की विशेष रूप से सराहना की। पुरस्कार वितरण समारोह में उद्यान विभाग के अधिकारी, राजभवन के अधिकारी, गणमान्य अतिथि, जनप्रतिनिधि, भारी संख्या में प्रदर्शनी प्रेमी और दर्शक उपस्थित थे। पुरस्कार वितरण के पश्चात राजभवन के प्रांगण में संस्कृति विभाग के सौजन्य से अनेक सराहनीय रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।