स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 17 May 2017 07:52:34 AM
जेद्दाह/ मुंबई। अफ्रीका के पश्चिमी तट और भूमध्य सागर में भारतीय नौसेना की विदेशी तैनाती के हिस्से के रूपमें तीन भारतीय युद्धपोत आईएनएस मुंबई, आईएनएस त्रिशूल और आईएनएस आदित्य तीन दिन की यात्रा पर सऊदी अरब के जेद्दाह पहुंचे। अपने सऊदी अरब प्रवास के दौरान ये युद्धपोत सऊदी अरब की नौसेना के साथ व्यापक रूपसे जुड़ेंगे और तकनीक जैसे पक्षों का आदान-प्रदान करेंगे। युद्धपोतों पर प्रोफेशनल बातचीत के अलावा खेल एवं सामाजिक आदान-प्रदान भी तय किए गए हैं, इससे हिंद महासागर की इन दोनों नौसेनाओं के बीच आपसी सहयोग और समझदारी बढ़ने के साथ-साथ सऊदी अरब-भारत संबंध भी और ज्यादा मज़बूत होंगे।
जेद्दाह यात्रा में शामिल भारतीय युद्धपोतों में से एक आईएनएस मुंबई पश्चिमी फ्लीट के फ्लैग कमांडिंग ऑफिसर रिअर एडमिरल आरबी पंडित की अध्यक्षता में आगे है, ये सभी भारतीय नौसेना के पश्चिमी कमांड के हिस्से हैं और मुंबई में स्थित हैं। भारत और सऊदी अरब के बीच मैत्रीपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण संबंध हैं, जो दोनों देशों के सदियों पुराने आर्थिक और सामाजिक संबंधों को दर्शाते हैं। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और पिछले पांच वर्ष के दौरान इसमें कई गुणा वृद्धि दर्ज की गई है। सऊदी अरब में 1.8 मिलियन लोग भारतीय समुदाय से हैं, जोकि वहां रहने वाले किसी भी प्रवासी समुदाय की तुलना में सबसे अधिक हैं। भारतीय प्रवासी समुदाय अपनी विशेषज्ञता, अनुशासन की भावना और कानून के अनुसार कार्य करने की प्रकृति की वजह से सऊदी अरब में सबसे पसंदीदा प्रवासी समुदाय है। सऊदी अरब में प्रत्येक वर्ष 1,65,000 से भी अधिक भारतीय हजयात्रियों का जाना भी दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण घटक है।
भारत और सऊदी अरब के बीच सालों से जारी द्विपक्षीय संबंधों को और मज़बूत एवं विकसित करने के लिए दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में मज़बूत संबंधों का निर्माण किया है। यह यात्रा हिंद महासागर के मित्र देशों के साथ भारत की शांतिपूर्ण उपस्थिति और एकता स्थापित करने की दिशा में उठाया गया कदम है। इस कदम का विशेष उद्देश्य सऊदी अरब के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और बेहतर एवं मज़बूत बनाना है। सोमालिया सहित समुद्री तटों से जुड़ी चिंताओं से निपटने के लिए भारतीय नौसेना और उसके उपकरणों को व्यापक स्तरपर विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है। भूमध्यसागरीय क्षेत्र में वर्तमान तैनाती दोनों देशों के संबंधों को मज़बूत करने और भविष्य में साथ मिलकर चलने की दिशा में भारतीय नौसेना का एक कारगर प्रयास है।