कौन हैं जिन्होंने अश्लील आर्केस्ट्रा को पूर्वांचल का दरवाजा और घर आंगन दिखाया है और दिखा रहे हैं? परंपरावादी भोजपुरी संगीत आर्केस्ट्रा के सामने क्या संरक्षित और सुरक्षित रह पायेगा? आज हर नेता, हर साहित्यकार गीतकार और हर दार्शनिक भोजपुरी की बड़ी-बड़ी बातें करता है। लेकिन इस अश्लीलता पर उसकी प्रतिक्रिया सामने नहीं आ रही है। लोक-लिहाज की वह पुरानी सभ्यता यहां तार-तार हो जाती है जब गावों...
क्या बौद्ध धर्म से उन्हें यही शिक्षा मिली है कि वे जातीय नफरत पैदा करें, दूसरों के धर्मों, महापुरूषों, उनके पूज्य देवी-देवताओं वेदों शास्त्रों का अपमान करें? उन्हें ही क्या यह किसको अधिकार है कि वह ऐसा कृत्य करे कि दूसरों की भावनाएं आहत हों? ऐसा करने की हिम्मत तभी हो सकती है जब उसको किसी शक्तिशाली की शह प्राप्त हो। क्या मायावती या उनकी सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को यह मालूम नहीं...
यद्यपि सरकार राष्ट्र मंडल खेलों की तैयारी की गंभीरता और सक्रिय प्रयासों का एहसास कराती आ रही है परन्तु तैयारी के संबंध में और समय पर तैयारी पूरा होने में कई मंचों से सन्देहास्पद खबरें भी आ रही हैं जो इस खेल की महत्ता के दृष्टिगत देश को एक असम्माननक एवं अजीब परिस्थति में खड़ी कर सकती हैं। राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारी के...
मनु, यह नाम दुनिया के लिए दर्शन, ज्ञान, नीति, उपदेश, शासन-प्रशासन, जीवन-शैली, यश और अपयश का भेद बताता है। जहरीले जातिवादियों को मनु का आभारी होना चाहिए जो आज राजयोग भोग रहे हैं और एक नीचतापूर्ण भ्रामक शैली में जन-मानस को मनु के खिलाफ भड़काने की अनाधिकृत चेष्टा कर रहे हैं। इनमें बहुत से चलते तो हैं मनु के अनुसार मगर समाज व्यवस्था को अपने पक्ष में करने के लिए मनु की झूठी आलोचना करने से बाज नही...
भारतीय वित्त आयोग ने इन राजनीतिक वास्तविकताओं को नजरअंदाज कर दिया कि उसके सुझाये वस्तु और सेवाकर मॉडल को कुछ राज्यों ने स्वीकार नहीं किया है। वित्त आयोग ने उन राज्यों के लिए कुछ निरुत्साही शर्तें रख दी हैं, जो आयोग के आर्थिक अनुशासन और अन्य सिफारिशों को लागू नहीं करेंगे। गरीब राज्यों की विवशता यह भी है कि वे अपने यहां आर्थिक और राजनीतिक संतुलन बनाए रखने के लिए न तो अधिक कर लगा सकते...
अदालत में पुरातत्ववेत्ताओं की अयोध्या उत्खनन रिपोर्ट पर बयान लिखे जाने का कार्य समाप्ति की ओर है। क्या निर्णय होगा, इसकी भविष्यवाणी भी कोई नहीं कर सकता। फैसले के क्रियान्वयन का नैतिक बल सरकार के पास होगा या नहीं, यह कहना भी बहुत कठिन है। बनारस के दोशीपुरा कब्रिस्तान से सम्बंधित शिया व सुन्नी मुसलमानों के बीच पिछले 110...
सानिया मिर्जा से भारतीय जन मानस में सवाल पूछा जा रहा है कि बीस करोड़ भारतीय मुसलमानों में उसे अपनी पसंद का दूल्हा नहीं मिला? ऐसा करके उसने भारतीयों को क्या संदेश देना चाहा है? एक भारतीय से मंगनी करने के बाद सानिया ने बेरहमी से उस रिश्ते को तोड़ दिया, किसके लिए? एक पाकिस्तानी के लिए? भारत की टेनिस स्टार सानिया मिर्जा की पाकिस्तान...
उत्तर भारत से विमुख होते हुए दक्षिण की ओर रूख कर रही भाजपा के नए अध्यक्ष नितिन गडकरी का इंदौर एजेंडा उनके दस फीसदी वोटों का इजाफा ऐसे कर पाएगा? खुद कॉडर भाजपाई ही कह रहे हैं कि भाजपा की धंसती जमीन और उसकी आंतरिक कलह पर खड़े ये वो सवाल हैं जिनका उत्तर केवल इंदौर में सपने देखने से ही प्राप्त नहीं किया जा सकता। अपने ज़मीनी कार्यकर्ताओं...
दुधवा नेशनल पार्क में चल रही विश्व की अद्वितीय गैंडा पुनर्वास परियोजना संबंधित अफसरों की लापरवाही कुप्रबंधन एवं उपेक्षा का शिकार हो गयी है। उर्जाबाड़ से संरक्षित वनक्षेत्र में रहने वाले तीस सदस्यीय गैंडा परिवार के पांच सदस्य करंटयुक्त फैंसिंग तोड़कर बाहर घूम रहे हैं। पार्क प्रशासन के अफसर गैंडों की सुरक्षा की कोई...
जनसम्पर्क भारत के सामाजिक एवं आर्थिक विकास में आज एक अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और देखते ही देखते जनसम्पर्क पहले की तुलना में एक प्रतिष्ठित पेशा बन गया है, यह एक बड़ा कैरियर क्षेत्र भी बनकर उभर रहा है। जनसम्पर्क एक बहुत ही रचनात्मक कार्य है, ये सृजन-सम्पर्क की आत्मा है। इस पेशे को अपनाकर आप एक साथ अपने व्यवसाय,...
दहेज उत्पीड़न और शारीरिक यातनाएं देकर प्रियंका को घर से निकालने एवं उसमें पुलिस की फाइनल रिपोर्ट का एक मामला इन दिनों गाजियाबाद में काफी चर्चा का विषय है। अपने को मुख्यमंत्री मायावती का अत्यंत विश्वासपात्र प्रचारित करने वाले और आईपीएस काडर में भ्रष्ट और बदनाम गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रघुबीर लाल की इस मामले...
संत कंवर राम त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति, जीवन के मर्म को जानने वाले ऋषि, दया के सागर, दीन दुखियों, यतीमों और विकलांगों के मसीहा थे। जहां उनके मुख मण्डल पर किसी ऋषि सा तेज झलकता था वहीं उनके नेत्रों से नूर बरसता था। मानव सेवा ही उनका मुख्य ध्येय था। उनके परोपकारी एवं आध्यात्मिक जीवन ने मानव के संस्कारो में कल्याण, सर्व...
डूब मरने जैसी बात है कि भारतीय राज्य अपने नागरिकों को राष्ट्रीय बजट से उच्चस्तरीय शिक्षा भी नहीं दे सकता। आश्चर्य है कि विश्व की आर्थिक महाशक्ति का दावा ठोंकने वाला भारत उच्च शिक्षा के लिए यूरोपीय/अमेरिकी कम्पनियों के ही सहारे है। भारत के पास उच्च शिक्षा का स्वदेशी ढांचा नहीं है। दोषी केंद्र की सरकार है। भारत के दुर्दिन...
श्रीराम मर्यादा पुरूषोत्तम हैं। वे लोकश्रुति में हैं। स्मृति में हैं। इतिहास में हैं। वे संज्ञा हैं, सर्वनाम हैं, वे भारत का मन हैं, अंतरंग हैं, बहिरंग हैं। प्रीति और प्यार हैं। रस हैं, छन्द हैं। गीत और काव्य हैं। प्रीति और अनुभूति हैं। तरूणाई और यौवन हैं। वे लोकआस्था में ब्रह्म हैं। मंगल भवन अमंगल हारी हैं। भारतीय इतिहास...
इंडिया-इंडिया की गूंज करने वाला भारत कब समझेगा? राष्ट्रीय खेल सिर्फ नारों और सपनों से नही बचता, इसके लिये जुटना पड़ता है। ध्यान चंद तो संघर्ष के दौर में निकले थे लेकिन, उनकी मौत एम्स के जनरल वार्ड में हुई और इलाज कर रहे डॉक्टर की उनकी मौत पर पहली टिप्पणी यही थी, हॉकी मर गई। लेकिन तब भारत के लिये गोल्ड मेडल जीतना कोई मायने नहीं...