पटना। भारत में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन-2018 में शामिल होने आए विभिन्न देशों के बौद्ध प्रतिनिधियों ने 25 अगस्त 2018 को बिहार के राजगीर में बांस ग्रोव यानी वेणुवन विहार का भ्रमण किया, जहां उन्होंने भगवान बुद्ध से जुड़ी महान स्मृतियों का अवलोकन किया। राजगीर का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। कहते हैं कि भगवान बुद्ध की साधनाभूमि राजगीर में ही है, बौद्ध धर्म से इसका बहुत प्राचीन संबंध है। भगवान बुद्ध के उपदेशों को यहीं लिपिबद्ध किया गया था और पहली बौद्ध संगीति भी यहीं हुई थी। बाँसों के इस रमणीक वन में बसे वेणुवन विहार को बिम्बिसार ने भगवान बुद्ध के रहने के लिए बनवाया था। यहां हिंदू, जैन और बौद्ध तीनों धर्मों के धार्मिक स्थल हैं।