केंद्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने डॉ योगेश दुबे के उपन्यास 'परिंदा-गिरमिटिया मजदूरों की अदम्य साहस गाथा' का लोकार्पण किया। डॉ योगेश दुबे का यह उपन्यास 18वीं शताब्दी में मध्य भारत से मॉरीशस भेजे गए साढ़े चार लाख से अधिक गिरमिटिया मजदूरों की मार्मिक दास्तां है, जिनकी कड़ी मेहनत और अदम्य साहस से मॉरीशस की पथरीली...
दिल्ली में प्रगति मैदान में चल रहे विश्व पुस्तक मेले में एटा से प्रारंभ हुई हिंदी की लघु पत्रिका 'चौपाल' के प्रवेशांक का लोकार्पण हिंदी के आलोचक नामवर सिंह, कवि केदारनाथ सिंह, आलोचक खगेंद्र ठाकुर और विख्यात लेखक काशीनाथ सिंह ने किया। राजकमल प्रकाशन के मंच पर आयोजित लोकार्पण समारोह में केदारनाथ सिंह ने कहा कि किसी एक...
गांधीजीBapu इस मामले में बहुत साफ थे कि सिर्फ अंग्रेजों के देश के चले जाने से भारत को सही स्वराज्य नहीं मिल सकता, वे साफ कहते हैं कि हमें पश्चिमी सभ्यता के मोह से बचना होगा। पश्चिम के शिक्षण और विज्ञान से गांधी अपनी संगति नहीं बिठा पाते। वे भारत की धर्मपरायण संस्कृति में भरोसा जताते हैं और भारतीयों से आत्मशक्ति के उपयोग...