भारत में सत्ता के कमज़ोर नेतृत्व और देश में राष्ट्रीय एकता अखण्डता जैसे मुद्दों पर भी यहां के राजनीतिक दलों में गहरी मतभिन्नता का आखिर कहीं तो नुकसान होना ही है और वह हो रहा है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में भारत की क्या हैसियत है और शक्तिशाली देश भारत को कितनी तवज्जोह देते हैं यह अमेरिका-चीन की संयुक्त विज्ञप्ति से पता...
चीन की साम्राज्यवादी सोच सुरसा मुख की तरह बढ़ रही है। पड़ोसी देशों में उसकी अनधिकृत घुसपैठ को कमोवेश इसी रूप में देखा जा सकता है। वह जिस तरह नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान की भारत विरोधी सोच को हवा दे रहा है, यह इस बात का द्योतक है कि उसे फाह्यान और ह्वेनसांग के सपनों का गौरवशाली भारत पसंद नहीं है। पड़ोसी देशों...
नेगारा के नेशनल पार्क और सुमात्रा (इंडोनेशिया) के गुनुंग ल्युसर नेशनल पार्क जैसे, दक्षिण पूर्वी एशिया के अनछुए वर्षा वनों की अंधेरी रात का रहस्य व भयानकता इतनी गूढ़ होती है कि उसके समक्ष अदृष्ट और अज्ञात का रहस्य भी फीका पड़ जाता है। फिर भी वन्य जीवन के शौकीनों के लिए इससे बेहतर स्थान और समय कोई दूसरा नहीं हो सकता।...
पाकिस्तान को एक बेचारा पाकिस्तान कहें तो यह अतिश्योक्ति नही होगी। विशेषज्ञों की राय है कि सत्ताधारी वर्ग एवं सरकार की शोषक नीतियों गरीबी, बेरोजगारी, खाद्यान्न संकट, अत्याचार, सामंतवादी व्यवस्था, सैन्य तानाशाही और सबसे बढ़कर आतंकवाद ने पाकिस्तान को एक विफल राष्ट्र के रूप में ख्ाड़ा कर दिया है।...
हालांकि जिन्ना मुसलमानों के अधिकारों और स्वाधीनता का ही प्रतिनिधित्व करते थे लेकिन वह रूढि़वादी कभी नहीं रहे। कुछ लोगों ने इसी रूप में जब उनका अभिनंदन किया तो उन्होंने कहा, ‘मैं तुम्हारा धार्मिक नेता नहीं हूं।’ निस्संदेह हमें जश्न कायद जैसा दूसरा लीडर नहीं मिल सकता।...
पाकिस्तान के लोकतंत्र और उसकी अग्रिम पंक्ति के राजनेताओं का शिकार करके और बचे-खुचों को निर्जीव करके पाकिस्तान की गुप्तचर एजेंसी आइएसआइ स्वात घाटी में एक ताकत बन चुके तालिबान और अलकायदा के साथ जा खड़ी हुई है। यहां अब ऐसी ताकतों ने पांव पसार लिए हैं जो पाकिस्तान को पाषाण युग में धकेलने के लिए आमादा हैं। ...
धरती, आकाश और पाताल प्राकृतिक चमत्कारों और एक से बढ़कर एक संरचना से समृद्घशाली हैं। मानव-जीवन को प्रकृति से यह संपदा न मिलती तो उसकी स्थिति उन प्राणियों से भी बद्तर हो जाती जो रेगिस्तान और बंजर में अपने अस्तित्व को बचाने के लिए चौबीसों घंटे संघर्ष में रहते हैं।...
हज और उमरा के लिए अब वही लोग जा सकेंगे जिनकी हैसियत आलीशान फाइव स्टार होटलों के किराए की शक्ल में लाखों रूपए अदा करने की होगी। इतना ही नहीं हरम के एतराफ में अब दो-पांच और दस रियाल में सर भी नहीं मुड़ाया जा सकेगा, क्योंकि हालात इतने खराब हैं कि उमरा करने के बाद अल्लाह के घर के एतराफ में नाई और चाय की एक दुकान तक नहीं बची।...
आतंकवाद और संगठित अपराध पर चर्चा में इस बार भारत और अफगानिस्तान का पाकिस्तान पर जोरदार हमला जरूर देखने को मिला जिसमें पाकिस्तान अपना बचाव करते हुए अलग-थलग सा नज़र आया। सभी देश आतंकवाद पर अपनी कार्ययोजनाएं तो लेकर आए मगर वे सम्मेलन में ‘फ्लापी’ से बाहर ही नहीं निकलीं।...
यदि पाकिस्तान को दुनिया के बीच में खड़े रहना है तो उसे भी आतंकवाद पर उसी प्रकार गोले बरसाने होंगे जिस प्रकार अमरीका बरसाता आ रहा है जिसे अब पाकिस्तान में एक सैनिक शासक ही कर सकता है। जो अध्याय जनरल मुशर्रफ ने शुरू किया है उस पर चलना पाकिस्तान की मौजूदा सरकार के लिए कठिन भी और मजबूरी भी बन गया है। यहां का लोकतंत्र अब सेना...
नेपाल में ‘बंदूकवादी लोकतंत्र’ लेकर आए माओवादियों को अपनी सरकार के गठन में दिन में तारे नज़र आ गए। माओवादियों के सुप्रीम कमांडर कमल दहल प्रचंड की चीन से दोस्ती और भारत से पंगा, नेपाली जनता और यहां के राजनीतिक दलों में घमासान का मुख्य कारण बन रहा है।...
राजनीतिक खून खराबे की सरजमीं बनते जा रहे पाकिस्तान में अब ऐसी हत्याएं आम होती जा रही हैं। इस समय जो सबसे बड़ी खबर है वह यह चिंता है कि दुनिया का सबसे बड़ा दहशतगर्द ओसामा बिन लादेन अपने खुफिया नेटवर्क के जरिए पाकिस्तान के परमाणु बम के बटन को कब्जाने की योजना बना रहा है।...
दुनिया भर के जो सैलानी नेपाल आते हैं, उन्हें अभी नहीं मालूम है कि अब नेपाल बदल गया है। यहां की भोली-भाली जनता लोकतंत्र का मतलब समझने से पहले ही विघटनकारियों की आग उगलती कार्बाइनों और मशीनगनों के सामने धकेल दी गई। उदारवादी नेता हाशिए पर चले गए हैं और माओवादी बंदूक की नोक पर लोकतंत्र की परिभाषा तय करने लग गए हैं।...
तिब्बतियों के निर्वासित धर्मगुरु और तिब्बत आंदोलन के शिखर नेता दलाई लामा के तिब्बत के आंदोलनकारियों को कुचलने के लिए चीन सरकार सड़क पर उतर आई है। तिब्बतियों को चीन की सेना अपने बूटों से रौंद रही है और उनपर टैंकों से हमले किए जा रहे हैं। तिब्बत की अद्भुत सांस्कृतिक विरासत पर चीन का उस तरह से हमला हो रहा है जिस प्रकार अफगानिस्तान...