महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने मुंबई के रवींद्र नाट्य मंदिर में 22वें 'भारत रंग महोत्सव' की शुरूआत की और कहाकि रंगमंच खुशी बांटने, जागरुकता को बढ़ावा देने और हमारी समृद्ध विरासत एवं संस्कृति की रक्षा करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने कहाकि एक राष्ट्र और समाज के रूपमें हमें कैसा होना चाहिए, यह दिखाने...
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय ने श्रीविनायक नाट्यमंडली सुरभि थिएटर हैदराबाद के पारंपरिक क्षेत्रीय रंगमंच के पांच नाटकों की श्रृंखला के समापन समारोह का उत्सव मनाया। पांच नाटकों में मायाबाजार, भक्त प्रहलाद, पथला भैरवी, यशोदा कृष्ण और श्रीनिवास कल्याणम शामिल थे। इस अवसर पर उत्तर पूर्वी क्षेत्र के संस्कृति, पर्यटन और विकास...
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने नाटक, मंच नाटकों एवं रंगमंच के पुनरुद्धार और इन्हें सिनेमा के समान लोकप्रिय बनाने का आह्वान किया है। उपराष्ट्रपति कहाकि नाटक मंच समाज में होनेवाली घटनाओं को सच्चाई से दर्शाता है। उन्होंने जनता को इस कलारूप को संरक्षण और बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। दहेज जैसी सामाजिक बुराइयों...
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय ने कोविड-19 के कारण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन में 10 मई 2020 से लगातार एक सप्ताह के लिए थिएटर के वरिष्ठ कलाकारों के दैनिक वेबिनार की योजना बनाई है। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय ने कहा है कि इच्छुक लोग एनएसडी के यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज के जरिए इन वेबिनार्स में शामिल...
गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के मानविकी संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर आशुतोष मोहन ने हिंदू कालेज की हिंदी नाट्य संस्था अभिरंग के दीक्षांत समारोह में दार्शनिक विचार प्रकट करते हुए कहा है कि नाटक दार्शनिक सम्बद्धता के साथ जीवन से संवाद है और यदि हम यथार्थ का जीवन देखना और समझना चाहते हैं तो हमें रंगमंच की...
हिंदू कालेज में हिंदी नाट्य संस्था 'अभिरंग' के कलाकारों ने एक नाटक का मंचन किया, जिसमें 'जात जात की बात' शीर्षक से भारतीय राजनीति में जातिवाद के जहर पर व्यंग्य किया गया। हरिशंकर परसाई की प्रसिद्ध कृति 'हम बिहार से चुनाव लड़ रहे हैं' पर आधारित इस नाटक का निर्देशन युवा रंगकर्मी हिरण्य हिमकर ने किया था। नाटक में पागल की भूमिका...
संत गाडगे प्रेक्षागृह गोतमीनगर लखनऊ में सत्यसर्मपण संस्था की लोक नाट्य शैली नौटंकी ‘सियाराम अवधपुरी से जनकपुरी’ की संगीतमय प्रस्तुति से राज्यपाल राम नाईक और श्रोतागण बहुत मंत्रमुग्ध हुए। इससे पहले राज्यपाल राम नाईक ने ‘सियाराम अवधपुरी से जनकपुरी’ का द्वीप प्रज्जवलित करके शुभारंभ किया। नौटंकी की परिकल्पना, लेखन,...
पूंजीवादी एवं भोगवादी संस्कृति के खिलाफ और रंगकर्मियों की सामाजिक तथा आर्थिक सुरक्षा के पक्ष में मजदूर दिवस पर नई दिल्ली में सफदर हाशमी मार्ग मंडी हाउस पर प्रसिद्ध नाटक 'जनता पागल हो गई है' का मंचन हुआ। सांझा सपना संस्था के रंगकर्मियों ने विकल्प के साथ मंच सांझा किया। शिवराम के लिखित इस नाटक को हिंदी का पहला नुक्कड़ नाटक...