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Tuesday 14 November 2023 01:50:23 PM
नई दिल्ली। भारत की राष्ट्रपति के अंगरक्षक के रूपमें राष्ट्रपति भवन में तैनात आर्मी मेडिकल कोर के अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल संजीव मलिक ने कोलंबिया में 42वें विश्व चिकित्सा और स्वास्थ्य खेलों में पांच स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। उनकी 800 मीटर, 1500 मीटर, 3000 मीटर, 5000 मीटर और क्रॉस-कंट्री स्पर्धाओं में हुई जीत उन्हें वर्ष 2023 में आयोजित इन खेलों में ऐसी शानदार उपलब्धि हासिल करने वाला एकमात्र एथलीट बनाती है। वे 1978 में शुरू हुए इन खेलों के कुछ चुनिंदा एथलीटों में शामिल हो गए हैं। डीजीएएफएमएस लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह ने इस शानदार प्रदर्शन केलिए उन्हें बधाई और भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह ने कहाकि लेफ्टिनेंट कर्नल संजीव मलिक की यह सफलता न केवल उनकी व्यक्तिगत उत्कृष्टता पर प्रकाश डालती है, बल्कि विश्वस्तर पर स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों के समर्पण को भी दर्शाती है, जो एथलेटिक उपलब्धियों केसाथ अपनी चिकित्सा विशेषज्ञता का भी परस्पर मिश्रण करते हैं। जनरल दलजीत सिंह ने कहाकि इन खेलों के 42वें संस्करण के समापन केसाथ लेफ्टिनेंट कर्नल संजीव मलिक स्वास्थ्य खेलों की दुनिया में प्रेरणा के प्रतीक के रूपमें खड़े हैं। उनकी यह शानदार उपलब्धि न केवल उनकी दृढ़ता और समर्पण को दर्शाती है, बल्कि यह देशभर में हजारों डॉक्टरों को प्रतिस्पर्धी खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने केलिए भी प्रेरित करेगी। उनकी इस सफलता से विश्व में हमारे डॉक्टरों की प्रतिष्ठा और छवि बढ़ी है।
लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह ने कहाकि लेफ्टिनेंट कर्नल संजीव मलिक की शानदार उपलब्धि ने इस तथ्य की पुष्टि कर दी हैकि भारत के डॉक्टर न केवल शल्य क्रिया और स्टेथोस्कोप के उपयोग में ही निपुण हैं, बल्कि वे उत्तम स्वास्थ्य के भी राजदूत बन सकते हैं। विश्व चिकित्सा और स्वास्थ्य खेलों को अक्सर स्वास्थ्य पेशेवरों केलिए ओलंपिक खेल के रूपमें जाना जाता है। ये खेल चिकित्सा समुदाय में सबसे प्रतिष्ठित वैश्विक खेल आयोजन के रूपमें विकसित हुए हैं। वर्ष 1978 की विरासत केसाथ इन खेलों में प्रतिवर्ष 50 से अधिक देशों के 2500 से अधिक प्रतिभागी शामिल होते हैं। ये स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर ओलंपिक की मूल भावना को बरकरार रखते हुए व्यक्तिगत और सामूहिक रूपसे लगभग बीस खेल विधाओं में भाग लेते हैं।