नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविद कुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया नई दिल्ली में लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ के 17वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। राष्ट्रपति ने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि लालबहादुर शास्त्री एक राष्ट्रीय प्रतीक थे और सरल जीवन, बलिदान एवं गुणों की मिसाल थे, वह भारतीय मूल्यों के मूर्तरूप थे और विद्यापीठ की स्थापना के साथ जुड़े थे। उन्होंने कहा कि इस संस्थान के छात्रों की यह जिम्मेदारी है कि वे उनके आदर्शों को अपने दैनिक जीवन में उतारें एवं उसे समाज में फैलाएं। राष्ट्रपति ने कहा कि लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ ने अकादमियों, अनुसंधान एवं प्रकाशनों की एक स्वस्थ परंपरा की स्थापना की है। उन्होंने कहा कि वे प्रसन्न हैं कि इस विद्यापीठ का एक आधुनिक विज्ञान संकाय है और छात्र पर्यावरण विज्ञान और मानवाधिकार जैसे समसामयिक विषयों का अध्ययन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए किया जाना चाहिए।