मायावती एक न एक दिन अपने विश्वासपात्रों के नाम पर इर्द-गिर्द घेरा डाले घुसपैठियों से ही गच्चा खाएंगी और यह कोई कम गंभीर मामला नहीं है कि मायावती के परम नजदीकी के रूप में विख्यात बाबू सिंह कुशवाहा ने मायावती के ही अत्यंत विश्वासपात्र कहे जाने वाले राज्य के कैबिनेट सचिव शशांक शेखर सिंह, राज्य के प्रमुख सचिव गृह कुंवर फतेह...
उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती और उनकी 'सलाहकार मंडली' ने विकीलीक्स मामले पर आश्चर्यजनक चुप्पी साध ली है। विकीलीक्स के एक खुलासे के सामने औंधे मुंह गिरी मायावती में गरजने और बंदर घुड़की के अलावा विकीलीक्स को एक कानूनी नोटिस भेजने का भी साहस नहीं बचा है। मायावती को नहीं मालूम था कि उनकी रसोई से लेकर उनके घर और मुख्यमंत्री...
भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी से निशंक को 'कांम्प्लीमेंट' मिला कि उन पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है। गडकरी को उत्तराखंड विधान सभा चुनाव में इसी प्रश्न का उत्तर देना है कि जब निशंक 'ईमानदार' ही हैं और उन पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है, तो फिर ऐन चुनाव के पहले उन्हें बेदखल कर उन भुवन चंद्र खंडूडी को फिर से सत्ता क्यों दे दी...
यह यक्ष प्रश्न है कि कांग्रेस और भाजपा में वह कौन करिश्माई चेहरा है, जो उत्तर प्रदेश के सत्ता के महासंग्राम में खड़ा हो सके? कांग्रेस में जब राहुल गांधी को भावी प्रधानमंत्री के रूप में पेश किया जा सकता है, तो भाजपा में वरूण गांधी के लिए यूपी के मुख्यमंत्री के रूप में क्यों नहीं देखा जा सकता? इस सवाल और विचार पर राजनीतिक दलों...
कांग्रेस को नए चुनाव को लेकर लालकृष्ण आडवाणी के बयान की कोई चिंता नहीं है। यूपीए गठबंधन अपने स्थायित्व को लेकर आश्वस्त है और कांग्रेस की रणनीति के तहत, जुलाई 2012 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को देश का अगला राष्ट्रपति और उनके साथ ही राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है।अगले साल 2012 में उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों...
प्रधानमंत्री ने अपने सात साल का लेखा-जोखा प्रस्तुत करके यह बताना चाहा कि उनके कार्यकाल में देश ने सबसे ज्यादा प्रगति की है। हालांकि देश में सूचना क्रांति से विकास के द्वार खोलने का सेहरा तो राजीव गांधी के ही सर पर माना जाता है जिनका कार्यकाल मनमोहन सिंह से भी कम रहा है। मनमोहन सिंह को अपने संरक्षण में फल-फूल रहे भ्रष्टाचार...
गुलाबी बलुआ पत्थर एवं धौलपुर पांडु पत्थरों का उपयोग, राष्ट्रपति भवन का, मुगल एवं राजपुर प्रासादों से संबंध स्थापित करता है। राष्ट्रपति भवन की सबसे प्रमुख विशेषता बौद्ध गुंबद है जो एक विशाल अग्रपाद पर ऊँचा उठता हुआ सांची के स्तूप को नमन करता है। मुगल गार्डन, जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, ताजमहल और श्रीनगर के शालीमार...
भारत की जनसंख्या 1 अरब 21 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई है दूसरे देशों के मुकाबले भारत बहुत तेजी से जनसंख्या वृद्धि में लगा है भारत पर यह एक ऐसा बोझ है जिसे आगे सहन करना उसके वश की बात नहीं है संसाधन जवाब दे रहे हैं, उत्पादन घट रहा है। साक्षरों की कुल संख्या देश में सात वर्ष से ऊपर की आयु की कुल आबादी का 74 प्रतिशत है। रोजगार, कानून...
आलोक तोमर! आप हारे नहीं हैं, आप वीरगति को प्राप्त हुए हैं। पत्रकारिता तुम पर गर्व करती है। सुप्रिया! तुम भाग्यशाली हो जो तुम्हें आलोक तोमर जैसा महान पति मिला। तुम्हें आलोक तोमर की लड़ाई को एक और हौसला देना होगा। स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम इस वीर को भावभीनी श्रद्धांजलि के साथ सैल्यूट करता है और उनके माता-पिता को धन्यवाद देता...
दुनिया वाले भी समझ बैठे हैं कि हिंदुस्तान बेईमानों, बोदों, जलीलों और भ्रष्टाचारियों का देश है। मनमोहन सिंह क्या देश के प्रधानमंत्रियों के इतिहास में इस रूप में दर्ज होने के लिए तैयार हैं कि उनके कार्यकाल में दुनिया में देश की यह छवि और उनकी प्रशासनिक विफलताओं के साथ भ्रष्टाचार चरम पर फला-फूला? क्या वे समझते हैं कि देश...
वामपंथी किले की प्राचीर को चुनौती देते हुए ममता बनर्जी की यह सब रेलवे की कीमत पर पश्चिम बंगाल का चुनाव जीतने की रणनीति है। रेल बजट में ममता ने पहले अपनी राजनीति का इंतजाम किया है और देश को दूसरे नंबर पर रख कर उधार के मुनाफे का रेल बजट पेश किया है। धरातली सच्चाई तो यही है कि इस प्रकार के रेल बजट से बढ़े हुए खर्चे और महंगाई...
भारत में 243 मिलियन यानी 24.3 करोड़ किशोर रहते हैं, जो देश की कुल आबादी का एक चौथाई हिस्सा हैं। पिछले दो दशक के दौरान देश में विकास की तेज रफ्तार से लाखों लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। विकास और सरकारी योजनाओं से ही देश के किशोरों का स्वास्थ्य और विकास बेहतर हुआ है। हालांकि अभी भी लड़कियों के लिए काफी मुश्किलें बाकी हैं, उन्हें...
कांग्रेस महासचिव राजा दिग्विजय सिंह की ये ज़ुबान फिसल रही है या वे किसी योजना के तहत ऐसी बयानबाज़ी पर उतर आए हैं जैसी हर एक राजनीतिक दल में कुछ सड़कछाप नेता करते रहते हैं? वे अपने ही दल में किसी उकसाऊ राजनीति के शिकार तो नहीं हो रहे हैं? या वे कांग्रेस में ऊब गए हैं जिसके बाद कोई नेता 'मैं नहीं तो तू नहीं' की रणनीति पर उतर आता...
हिंदुस्तान के राजनेता, नौकरशाह, प्रचंड साधू सन्यासी और मीडिया तक 'नीरा राडियाओं' के कब्जे में हैं। एक ब्रिटिश महिला दलाल और जासूस नीरा राडिया की अटल बिहारी वाजपेयी, प्रभावशाली साधू संतों तक आसान पहुंच है। वह सभी को अपनी उंगलियों पर नचाती आ रही है। हिंदुस्तान की भोली-भाली जनता को नहीं पता है कि जिन्हें वह देशभक्त, अपना आदर्श...
खामोश अर्जुन भी आज कुछ कहना चाहते हैं। उनके करीबी कह रहे हैं कि उनकी खामोशी जल्द ही टूटने वाली है। भ्रष्टाचार, घोटालों और अव्यवस्था से घिरी कांग्रेस गठबंधन सरकार में इस समय जिस तरह रहस्योद्घाटनों की झड़ी लगी है उसमें एक कड़ी अर्जुन सिंह की भी जुड़ने वाली है और वे जो बोलेंगे तो एक बार कांग्रेस में भूचाल जरूर आएगा यह अलग...