क्या भारत वास्तव में एक असहाय देश है और हथियार कंपनियों का मोहताज है? इस्राइल को भारत के कुछ राजनीतिक दल भारत का हितैषी मानते हैं, किसलिए? क्या इसलिए कि उसके यहां की हथियार निर्माता कंपनियां भारत को हथियार सप्लाई करती हैं? वीडियो में देखिए की 'जांबाज मर्द' इस्राइल, 'असहाय महिलाएं' भारतीय के जीवन की पूरी सुरक्षा और संरक्षण...
केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के मामले में 24 सितम्बर को आने वाले उच्च न्यायालय के संभावित फैसले को देखते हुए एक प्रस्ताव पारित कर देशवासियों से अपील की गई है कि किसी वर्ग के उकसाने मे आकर कोई ऐसा प्रयास नहीं किया जाना चाहिए या ऐसी कोई बात नहीं की जानी चाहिए जो दूसरों की भावनाएं आहत करे।...
यद्यपि वैश्विक तपन और जलवायु परिवर्तन के प्रत्याशित प्रभावों का अभी भली-भांति अंदाजा नहीं लगाया जा सका है, तथापि यह निश्चित मानिए कि भविष्य में पानी की समस्या का एक विकराल रूप सामने आने वाला है। भारत में पिछले कुछ दशकों में तेजी से बढ़ती जनसंख्या की निरंतर बढ़ती मांग के कारण वैसे भी जल संसाधनों पर काफी दबाव बढ़ गया है।...
खुले आसमान में हर साल लाखों टन अनाज सड़ता और नालियों में बहता रहता है, हर साल करोड़ों लोग दो वक्त की रोटी की जद्दोजहद में घुटते-मरते रहते हैं। ये दो तस्वीरें हैं भारत में भ्रष्टाचार और अव्यवस्था की। भारत का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि स्थितियां सुधरने के बजाय और ज्यादा बिगड़ ही रही हैं। सरकार की छत्रछाया में अन्न की बरबादी...
भारत में जनता अधनंगी, भूखी, प्यासी तरसे और खेलों के नाम पर कांग्रेस से नेताओं और उनसे जुड़े कारिंदे करोड़ों कमाकर मौज उड़ाएं? भारत का कानून इन कालनेमियों को अपनी जद में लेने में असहाय महसूस करे? देश की पुलिस इनमें से कई भ्रष्टाचारियों और दुराचारियों को सलाम ठोके और गरीब गुरबों को थाने की हवालात और जेल की हवा खिलाए? देश में...
टाटा उद्योग समूह के अध्यक्ष रतन टाटा के छठवें उत्तराधिकारी की खोज अभी से आरंभ हो गई है। रतन टाटा ने 1991 में इसके अध्यक्ष का कार्यभार संभाला था। अगले 29 माह में वे यह पद छोड देंगे। लगभग बीस साल के कारोबार में रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा समूह के राजस्व में पच्चीस फीसदी बढोत्तरी दर्ज की गई है। टाटा समूह की नींव जमशेदजी नौशेरवांजी...
गुजरात की मानव बम इशरत जहां, भारतीय जनता पार्टी के लिए बिहार विधान सभा चुनाव में सशक्त चुनावी मुद्दा बन गई है। हेडली का रहस्योद्घाटन भाजपा के सुपर स्टार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए एक 'कलंक' से मुक्ति और एक वरदान बन गया है। इंटरनेट पर धूम मचा रहे नरेंद्र मोदी के सामने ऐसे समय पर इशरत जहां के पैरोकार राजनीतिक...
राजनेताओं, उद्योगपतियों धर्माचार्यों और फिल्मी दुनिया की हस्तियों को अपनी मायावी साधना के चुंबकीय चमत्कारों से चकरघिन्नी बना देने वाले नेमीचंद जैन यानी तांत्रिक गुरू चंद्रास्वामी को अगर किसी ने भाव नहीं दिए थे तो वे राजीव गांधी थे। एक समय, देश-दुनिया के बड़े-बड़े 'राजयोगियों' पर चंद्रास्वामी ने इतना प्रभावशाली सम्मोहन...
भारत में पूज्य माने जाने वाले 'गजराज' को अपने अस्तित्व के लिए आजकल एक नई लड़ाई लड़नी पड़ रही है। उनके शिकार, घटते जंगल और आहार में कमी और उससे भी ज्यादा इनकी आए दिन मनुष्य के साथ मुठभेड़ या गुस्से में इनका उपद्रव इनके लिए बड़ी मुसीबत बनता जा रहा है। कहीं इनकी संख्या लगातार कम होती जा रही है तो कहीं बढ़ रही है। वन्य पशुओं के...
यद्यपि सरकार राष्ट्र मंडल खेलों की तैयारी की गंभीरता और सक्रिय प्रयासों का एहसास कराती आ रही है परन्तु तैयारी के संबंध में और समय पर तैयारी पूरा होने में कई मंचों से सन्देहास्पद खबरें भी आ रही हैं जो इस खेल की महत्ता के दृष्टिगत देश को एक असम्माननक एवं अजीब परिस्थति में खड़ी कर सकती हैं। राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारी के...
भारतीय वित्त आयोग ने इन राजनीतिक वास्तविकताओं को नजरअंदाज कर दिया कि उसके सुझाये वस्तु और सेवाकर मॉडल को कुछ राज्यों ने स्वीकार नहीं किया है। वित्त आयोग ने उन राज्यों के लिए कुछ निरुत्साही शर्तें रख दी हैं, जो आयोग के आर्थिक अनुशासन और अन्य सिफारिशों को लागू नहीं करेंगे। गरीब राज्यों की विवशता यह भी है कि वे अपने यहां आर्थिक और राजनीतिक संतुलन बनाए रखने के लिए न तो अधिक कर लगा सकते...
उत्तर भारत से विमुख होते हुए दक्षिण की ओर रूख कर रही भाजपा के नए अध्यक्ष नितिन गडकरी का इंदौर एजेंडा उनके दस फीसदी वोटों का इजाफा ऐसे कर पाएगा? खुद कॉडर भाजपाई ही कह रहे हैं कि भाजपा की धंसती जमीन और उसकी आंतरिक कलह पर खड़े ये वो सवाल हैं जिनका उत्तर केवल इंदौर में सपने देखने से ही प्राप्त नहीं किया जा सकता। अपने ज़मीनी कार्यकर्ताओं...
जनसम्पर्क भारत के सामाजिक एवं आर्थिक विकास में आज एक अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और देखते ही देखते जनसम्पर्क पहले की तुलना में एक प्रतिष्ठित पेशा बन गया है, यह एक बड़ा कैरियर क्षेत्र भी बनकर उभर रहा है। जनसम्पर्क एक बहुत ही रचनात्मक कार्य है, ये सृजन-सम्पर्क की आत्मा है। इस पेशे को अपनाकर आप एक साथ अपने व्यवसाय,...
इंडिया-इंडिया की गूंज करने वाला भारत कब समझेगा? राष्ट्रीय खेल सिर्फ नारों और सपनों से नही बचता, इसके लिये जुटना पड़ता है। ध्यान चंद तो संघर्ष के दौर में निकले थे लेकिन, उनकी मौत एम्स के जनरल वार्ड में हुई और इलाज कर रहे डॉक्टर की उनकी मौत पर पहली टिप्पणी यही थी, हॉकी मर गई। लेकिन तब भारत के लिये गोल्ड मेडल जीतना कोई मायने नहीं...
तीस हज़ारी में महिला अदालत की न्यायाधीश रहीं स्वर्णकांता ने कहा 'महिलाओं पर जुल्म के मामलों की सुनवाई के बाद वे कह सकती हैं कि घरेलू हिंसा का शायद ही कोई ऐसा मामला हो जिसमें औरत, औरत के खिलाफ न हो। इतना ही नहीं, कानून का फायदा सशक्त पक्ष को मिल जाता है। अबलाओं की रक्षा के लिए बने कानून अधिकांश मामलों में अपने मूल लक्ष्य को...