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Wednesday 28 November 2018 03:21:42 PM
नई दिल्ली। पाकिस्तान के नारोवाल में करतारपुर साहिब कॉरिडोर को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान, पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने मिलकर भारत को लेकर जो भी रणनीति बनाई है, उसमें भारत के क्रिकेट खिलाड़ी रहे और इस समय पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू बुरी तरह फंस गए हैं। अगर यूं कहा जाए कि नवजोत सिंह सिद्धू को आईएसआई ने हनीट्रेप में फंसा लिया है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। प्रमाण के तौर पर नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान में जाकर जो भाषा बोल रहे हैं, उसे कोई भी समझ सकता है। पाकिस्तान का प्रधानमंत्री इमरान खान नवजोत सिंह सिद्धू के लिए फरिश्ता हो सकता है, बाकी तो वह भारत का एक दुश्मन है।
याद कीजिए कि इमरान खान जब भारत में क्रिकेट खेलने आता था तो उसका कहना हुआ करता था कि भारत को देखकर उसका खून खौलता है। इमरान खान ने नवजोत सिंह सिद्धू को अपनी साजिशों के लिए कितना उपयुक्त समझा है, यह वो और उनकी सरकार जाने, लेकिन भारत की जनता ने नवजोत सिंह सिद्धू के लिए ऐसी गांठ बांध ली है, जो उसके लिए अभिशाप बन जाएगी। गौरतलब है कि पाकिस्तान में श्रीननकाना साहिब के खुले दर्शन की सिखों की मांग काफी पुरानी है। यूं तो करतारपुर कोरिडोर निर्माण की पहल से सिख समाज में भारी खुशी है, लेकिन इसके पीछे पाकिस्तान के इरादों को भी दुनिया समझ रही है। सिख समुदाय तो चाहता है कि भारत-पाकिस्तान में शांति का माहौल बना रहे, लेकिन सिख समाज का एक तबका ऐसा भी है, जो पाकिस्तान में बैठकर भारतविरोधी खालिस्तान का सशस्त्र समर्थन करता है।
दुनिया ने इस हफ्ते इस गुरुद्वारे के आसपास खालिस्तान और भारत विरोधी बैनर लगाए जाने की कुछ आवाज़ें सुनीं, यही एक बड़ा कारण है, जो इस कारीडोर के बहाने पाकिस्तान की नापाक साजिशों की ओर इशारा करता है। वस्तुतः पाकिस्तान ने यह एक ऐसी चाल चली है, जिससे भारत वाकिफ है और पाकिस्तान समझता है कि वह अपने आतंकवादी मनसूबों की राह आसान बना रहा है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस मंशा को खुलेरूप से प्रकट न करते हुए दिल्ली में कह ही चुकी हैं कि भारत सरकार कई साल से करतारपुर कॉरीडोर खोलने की बात कह रही थी, लेकिन अब जाकर पाकिस्तान ने इसपर सकारात्मक कदम उठाया है, मगर इस कॉरीडोर के खुलने का मतलब द्विपक्षीय वार्ता की शुरुआत नहीं है, क्योंकि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं हो सकती। बहरहाल भारत सरकार की पाकिस्तान की इस चाल पर कड़ी नज़र है।
करतारपुर कॉरीडोर के शिलान्यास समारोह के लिए पाकिस्तान के निमंत्रण पर पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह औजला और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह लोंगोवाल भी पाकिस्तान गए हैं। सांसद गुरजीत सिंह औजला पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से इजाजत लेकर पाकिस्तान के नारोवाल में श्रीकरतारपुर कारीडोर की नींव के लिए स्वर्ण मंदिर से पानी की गागर लेकर अटारी सीमा से पाकिस्तान गए हैं। भारत सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल एवं हरदीप पुरी पाकिस्तान गए हैं, जिनका पाकिस्तान के उच्चायुक्त और प्रोटोकॉल चीफ ने स्वागत किया। पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त भी इस मौके पर मौजूद थे। हरसिमरत कौर बादल ने पाकिस्तान रवाना होते हुए कहा कि आज उनकी गुरु घर जाने की मुराद पूरी हो रही है और वह वहां यह कामना करेंगी कि दुनियाभर में बसे सिखों को पाकिस्तान में गुरुधाम के दर्शन करने का अवसर मिले।