थाई फिल्म 'ओनली गॉड फॉरगीव्स' के मुख्य अभिनेता विथाया पनश्रींगरम ने कहा है कि थाईलैंड में भारतीय फिल्मों के निर्माण के बेहतरीन मौके हैं। उन्होंने कहा कि थाईलैंड, हॉलीवुड, अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों के निर्माण का गढ़ बन गया है, यहां भारतीय फिल्मों का निर्माण भी संभव है। गोवा की राजधानी पणजी में आयोजित 44वें भारतीय...
अफगानी फिल्म 'ए मैंस डिजायर फॉर ए फिफ्थ वाइफ' के निर्देशक सेदिक अबेदी चाहते हैं कि भारत को अफगानिस्तान में फिल्म क्षेत्र का विकास करने के लिए सहायता करनी चाहिए। इस फिल्म की कहानी में समाज में महिलाओं की यंत्रणाओं को दर्शाया गया है। भारत के 44वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह (आईएफएफआई) के अवसर पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया कि अफगानी लोग भारत और भारतीय फिल्मों को बेहद...
गोवा में 44वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में मीडिया के साथ विचार-विमर्श में तमिल फिल्म थंगामीन्गल (सोने की मछली) के निर्देशक और अभिनेता श्रीराम ने कहा है कि नवोदित निदेशकों की बनाई गई अच्छी कथावस्तु वाली फिल्मों को उचित मंच मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी फिल्म थंगामीन्गल पिता-पुत्री के रिश्तों को दर्शाती है और यह दिखाती है कि किस प्रकार वर्तमान शिक्षा प्रणाली...
गोवा में 44वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के दौरान मीडिया के साथ विचार-विमर्श में मनकामना फिल्म के निर्देशक पाचो वेलेज ने कहा कि भारत विविध विश्वासों और रंगों वाला देश है, इसलिए फिल्मों के माध्यम से यहां अनेक कहानियां सुनाई जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि उनकी फिल्म मनकामना अत्याधुनिक केबल कार के माध्यम से नेपाल के गोरखा जिले में त्रिशुली की विशाल वादियों में से एक...
गोवा में चल रहे भारत के 44वें फिल्म समारोह में कल फिल्म निर्देशिका वीना बक्शी की फिल्म 'द कॉफिन मेकर' पर चर्चा हुई। फिल्म निर्देशिका ने फिल्मों को वास्तविक जीवन और संस्कृति का प्रतिबिंब बताया। मीडिया के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने इस फिल्म के अभिनेताओं और निर्माण सहायकों की चर्चा की और कहा कि यह फिल्म बदलते जीवन का प्रतिबिंब है। यह उस सिनेमा की छाप है, जो प्रेरणादायक होती हैं।...
गोवा में चल रहे भारत के 44वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में वृत्तचित्र निर्माताओं ने अपनी कृतियों को प्रदर्शित करने के लिए व्यापक मंच की मांग की। भारतीय वृत्तचित्र निर्माता संघ (आईडीपीए) के महासचिव संस्कार देसाई ने यह मांग करते हुए कहा कि सरकार को विभिन्न सिनेमाघरों और टीवी चैनलों पर इन वृत्तचित्रों को दिखाने की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वृत्तचित्र निर्माता समाज के...
गोवा में 44वें अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म महोत्सव, आईएफएफआई में मीडिया से वार्ता करते हुए दक्षिण अफ्रीकी निर्देशक, लेखक और पत्रकार एंड्रयू वर्सडेल ने विविधतापूर्ण फिल्मों के निर्माण के लिए भारतीय फिल्म जगत की सराहना की है। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीकी फिल्म उद्योग अभी प्रगतिशील स्तर पर है और फिल्म निर्माण...
जाने-माने स्वतंत्र फिल्म निर्माता रमेश टेकवानी ने कहा है कि भारत में अच्छी फिल्मों के निर्माण की अपार संभावनाएं हैं। अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फिल्म महोत्सव, आईएफएफआई में आज पत्रकारों से वार्ता के दौरान, उन्होंने कहा कि भारत में करीब दो लाख फिल्म निर्माता हैं और यहां लाखों ऐसी कहानियां एवं घटनाक्रम हैं, जिन पर अच्छी फिल्में बनाई जा सकती हैं...
भारतीय फिल्म पैनोरमा की तीन भाषाओं के कलाकारों और कर्मीदल ने आज यहां मीडिया से मुलाकात की। मराठी फिल्म ‘अस्तु‘ की निर्देशक सुमित्रा भावे ने सूचित किया कि उनकी फिल्म हमारे चारों तरफ अब क्या घट रहा है, उसके बारे में है। शायद एक वृद्ध व्यक्ति जो अपनी स्मरण शक्ति खो चुका है, इसे समझ सकता है। यह डिमेंशिया से पीड़ित...
गोआ में चल रहे फिल्म समारोह में ओडिया फिल्म निर्देशक सव्यसांची महापात्रा ने बुजुर्गों को समाज पर बोझ नहीं, बल्कि धरोहर बताया और कहा कि बुजुर्ग समाज की अगुवाई और मार्ग-दर्शन हेतु सर्वोत्कृष्ट मार्ग हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2035 तक देश में हर पांच में से एक व्यक्ति 65 वर्ष का होगा। बुजुर्गों को देश के युवकों के लिए...
गोवा में चल रहे 44वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव में विश्व सिनेमा खंड में दिखाई जा रही फिल्मों के विदेशी निर्देशकों की आज यहां पत्रकारों से मुलाकात हुई। इस पैनल में मैक्सिकों में निर्माता-निर्देशक एडुआर्डो रोसॉफ और इटली के लेखक-निर्देशक एंटोनियो पियाज्ज़ा एवं फैबियो ग्रैसाडोनिया शामिल हैं...
“जल” के निर्देशक गिरीश मलिक आज यहां प्रेस से मिले। उनका साथ जल के पात्र पूरब कोहली और कीर्ति कुल्हारी ने दिया। इस अवसर पर फिल्म के निर्माता पुनीत सिंह भी उपस्थित थे। मीडिया से गिरीश मलिक ने कहा कि दुनिया के सामने जल का सवाल है और पूरी दुनिया में इस पर चर्चा हो रही है। भारत में भी इस पर कई कहानियां कही गयी हैं...
भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की मुख्य अतिथि अभिनेत्री सुसान सरंडॉन ने पणजी में कहा है कि मैं अभिनेत्री इसलिए हूं, क्योंकि मेरी कल्पना शक्ति बहुत दृढ़ है, जो मुझे लोगों की पीड़ा और उनकी खुशी दोनों के प्रति सहानुभूति दिखाती है। ये दोनों गुण आपस में जुड़े हुए हैं और यही गुण अभिनय क्षमता प्रदान करते हैं। सुसान,...
निर्देशकों के निर्देशक और 44वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के लाईफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार विजेता जिरी मैनजेल ने कहा कि जीवन जीने के लिए अच्छा है और उनकी फिल्में जिंदगी का एक उत्सव हैं। श्री मैनजेल ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। अपनी फिल्मों का जिक्र करते हुए जिरी मैनजेल ने कहा...
सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनीष तिवारी ने 44वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में आज ‘सोल इन आर्ट’ नामक एक कला प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर आईएफएफआई के मुख्य अतिथि सूसन सेरनडन और चेक फिल्म निर्माता और लाइफ टाइम एचीवमेंट पुरस्कार विजेता जिरी मैनजेल भी उपस्थित थे। चित्रकला...