भारत के केंद्रीय पर्यटन मंत्री के चिरंजीवी ने कहा है कि भारत आने वाले विदेशियों के दो महीने के भीतर दोबारा प्रवेश पर लगे प्रतिबंध को हटाने के सरकार के हालिया निर्णय से भारत आने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी। बर्लिन में इंटरनेशनल टूरिज्म बॉर्स में टूर संचालकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत के लिए जर्मनी बेहद महत्वपूर्ण पर्यटन बाजारों में से एक है...
काव्यरंग ब्रिटेन के शहर नॉटिंघम की अग्रणी संस्था है। हाल ही में इस संस्था ने नॉटिंघम की एशियन ऑर्ट्स काउंसिल के साथ मिल कर ट्रेंट युनिवर्सिटी में एक अनूठे कार्यक्रम का आयोजन किया-शब्दों का त्यौहार यानि कि फ़ेस्टिवल ऑफ़ वर्ड्स। याद रहे कि नॉटिंघम लॉर्ड बायरन एवं डीएच लॉरेंस की जन्मस्थली है...
नेपाल में माओवादियों के दीर्घकालीन जनयुद्ध त्याग करने की अपनाने से माओवादी नेता और नेपाल के प्रधानमंत्री रहे पुष्पकमल दाहाल प्रचंड की स्वीकार्यता वहां के सर्व समाज में बढ़ रही है। माओवादी नेता ने नेपाल में सत्ता में बने रहने के लिए जनयुद्ध की नीति पर चलकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में काफी नुकसान उठाया है।...
बंगलादेश और भारत के गृह मंत्री ने प्रत्यार्पण संधि पर हस्ताक्षर होने तथा संशोधित यात्रा समझौते (आरटीए) पर संतोष व्यक्त किया है। भारत और बंगलादेश के बीच चौथी गृह मंत्री स्तर की वार्ता ढाका में शुरू हुई। दो दिनों की इस वार्ता में बांग्लादेश के शिष्टमंडल का नेतृत्व बंगलादेश के गृह मंत्री डॉ मुहीयूउदीन खान आलमगीर ने किया तथा भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व केंद्रीय गृह मंत्री...
डब्ल्यूटीओ के महानिदेशक पद के उम्मीदवारों ने भारत के समर्थन के लिए केंद्रीय वाणिज्य, उद्योग और वस्त्र मंत्री आनंद शर्मा से शुक्रवार को मुलाकात की। आनंद शर्मा ने भी दावोस में विश्व आर्थिक मंच में दुनिया के विभिन्न उद्योगपतियों और विविध देशों के अपने समकक्ष नेताओं से मुलाकात की और कहा कि भारत में निवेश के बारे में दुनिया...
बाबू जगजीवन राम स्पष्ट कहा करते थे-‘मुझे तो यहां पर कोई भी हिंदू नहीं दिखाई देता, यहां तो सिर्फ जातियां हैं और वे भी छोटी-छोटी उपजातियों में बंटी हुई हैं। हिंदू तो जातियों का समूह है, जो एक-दूसरे को न केवल ऊंचा-नीचा मानता है, बल्कि उनमें गहरी खाई और अविश्वास भी है।’ यह कथन आज भी उतना ही प्रासंगिक है कि देश में लोकतंत्र के स्थान...
पिछले डरबन सम्मलेन और अब इस रियो+20 सम्मेलन में भारत उस तरह मुखर नहीं नज़र आया है। तेजी से विकसित हो रहे चार देशों के ‘बेसिक’ समूह में अब ब्राजील और चीन के प्रतिनिधि ज्यादा सक्रिय नजर आते हैं, हमारी स्थिति लगता है, बस चौथे देश दक्षिण अफ्रीका से बेहतर रह गई है! विचित्र बात यह है कि ख़तरनाक ग्रीनहाउस गैसों का प्रसार दुनिया में...
ओबामा ने यह स्वीकार किया कि चुनाव में कांटे की टक्कर होगी, फिर भी माना जा रहा है कि ओबामा ने काफी काम किया है, जिससे अमरीकी जनता ओबामा को उनकी देश के प्रति उपलब्धियों को देखते हुए एक और अवसर देने जा रही है। एक टर्म किसी देश की समस्या को पूर्णंरूप से सुलझाने के लिए पर्याप्त नहीं होता है। निःसन्देह उन्होंने अमेरिकी जनता के...
दुनिया की हर सभ्यता में कहानी एक प्रमुख माध्यम रहा है, जिससे नीति, धर्म, लोक विश्वास, लोक व्यवहार, पारंपरिक और सांस्कृतिक ज्ञान पीढ़ी दर पीढ़ी संचरित होता रहा है। कहानी कहना मनुष्य की सहज कलात्मक वृत्ति है, इसलिए इसकी रक्षा करना अपने आप में एक सांस्कृतिक दायित्व को निभाना है वे कहते हैं-‘कहानी जीवन की छोटी से छोटी घटना...
लादेन का मारा जाना अमरीकी राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा के लिए वरदान बना है तो पाकिस्तान के लिए नरक बन गया है। अमेरिका दस साल से जो ख़बर सुनना चाहता था वह उसे ओबामा से मिली है इसलिए ओबामा का दोबारा से अमरीका का राष्ट्रपति होने का सपना पूरा समझिए। पाकिस्तान दुनिया के सामने दस साल तक झूठ बोलता रहा और आखिर अमेरिका ने उसके घर...
धरती पर अनियंत्रित विकास एवं प्राकृतिक संसाधनों के क्षमता से अधिक दोहन के दुष्परिणामों का कोई अंत नहीं हुआ है। जापान का यह विनाश दुनिया के लिए एक और चेतावनी भर है जिसमें यह संदेश बिल्कुल स्पष्ट है कि यदि दुनिया में ऐसे ही विकास की होड़ और आंधी चलती रही तो किसी दिन पूरी दुनिया सोती ही रह जाएगी और धरती और पाताल का पता भी नहीं...
इक्कीसवीं सदी में किसी एक व्यक्ति का शासन लोगों को स्वीकार नहीं हो सकता। अरब देशों के बाद अब बारी है अफ्रीका के उन देशों की जहां के लोगों का शोषण इस युग में भी चरम सीमा पर हो रहा है। इन शासकों को तुरंत लोकतंत्रवाद की घोषणा करना अनिवार्य है, जिससे वे स्वयं को भी राजनीतिक तौर पर सुरक्षित रख सकते हैं और अपने देश को भी। आज भारत...
अमरीका में रह रहे भारतीयों में अब यह बात उठ रही है कि अमरीकी अर्थव्यवस्था में उनके गैर भारतीय मुल्कों से भी ज्यादा उल्लेखनीय योगदान के बावजूद भारतीयों के साथ सबसे ज्यादा नस्लीय भेदभाव और उन पर भद्दी नस्लीय टिप्पणियां बढ़ती जा रही हैं। भारतीय समुदाय को खुलेआम कॉकरोच, बोदा, बिकाऊ और लालची तक कहा जाने लगा है। अमरीका में भारतीयों को कोई चाहे कितना बुरा कहकर चला जाए इसका कोई संज्ञान नहीं...
ह्वाइट हाउस, इस युग में अमरीका की शक्ति और उसके स्थायित्व का चरम प्रतीक है। यहां राष्ट्रपति आते हैं और जाते हैं, ये उस स्थान में रहते हैं जिसे हर अमरीकी को अपना समझने का पूरा अधिकार है। जॉन ऐडम्ज़ ने इस भवन में अपने निवास की दूसरी रात को लिखा था- 'प्रभु से मेरी प्रार्थना है कि यहां आने वाले सभी महानुभावों पर आपका वरदहस्त बना...
संजीव मेहता आज भारत को 63वें स्वतंत्रता दिवस पर तोहफ़े के रूप में भारत की जनता को ईस्ट इंडिया कंपनी पेश करते हैं। ईस्ट इंडिया के क़रीब तीस से चालीस मालिक थे। संजीव मेहता ने एक-एक को ढूंढ कर कंपनी के मालिक़ाना हक़ अपने नाम करवाए। अगले साल संजीव ईस्ट इंडिया कंपनी को भारत लाने की योजना बना रहे हैं। यानि कि चक्र पूरा होगा और...