मर्यादा सुंदरतम उपलब्धि है। तुलसीदास ने गाया था-सुंदरता मरजाद भवानी। मर्यादा सौंदर्य है। भारत ने श्रीराम को मर्यादा पुरूषोत्तम कहा। राम परिपूर्ण सुंदर हैं-मर्यादा के कारण। मर्यादा की पौध पर ही शील के सुंदर फूल खिलते हैं। शील की गंध ने बुद्ध को भी खींचा था। 'धम्म पद' में उनके कथन हैं, चंदनं तगरं वापि उप्पलं अथ वास्सिझी/एतेसं गंध जातानं सील गंधो अनुत्तरो-चंदन, तगर, उत्पल या बेला, चमेली...
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नई दिल्ली में पी चिदंबरम पर एक पुस्तक का विमोचन किया। पी चिदंबरम के सम्मान में लिखे गए लेखों के संग्रह के रूप में इस पुस्तक में भारत के विकास की रूपरेखा प्रस्तुत की गई है, इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने वित्त मंत्री पी चिदंबरम की प्रशंसा करते हुए कहा कि पुस्तक के लेखक स्कोच फाउंडेशन के...
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी बृहस्पतिवार 25 जुलाई 2013 को अपने कार्यकाल का पहला वर्ष पूरा कर रहे हैं। इस विशेष दिन के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में कई गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इनमें राष्ट्रपति भवन के आवासियों के लिए ‘प्रणब मुखर्जी जन पुस्तकालय’ का उद्घाटन, प्रेसीडेंट इस्टेट में स्थित डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद...
उप राष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने आज एक कार्यक्रम में डॉ ज़ीनत शौकत अली की पुस्तक हीलिंग मेमोरीज: सिविलाईजेशंस इन डायलॉग का विमोचन किया। इस अवसर पर अंसारी ने कहा कि यह पुस्तक अपने-आप में उपयोगिता का सार-संग्रह है और इसमें महान विचारों को समाहित किया गया है। उन्होंने लोगों को स्वीकार्य रास्ता दिखाने के लिए...
‘विश्वास’ खूबसूरत धारणा है। देखे, सुने और जांचे को मानना विश्वास है और सुने-सुनाए को यों ही मान लेना अंधविश्वास। विश्वास हमारे इंद्रियबोध का परिणाम है। हमारे आंख, कान, नाक, जीभ और स्पर्श से बुद्धि को संवेदन मिलते हैं। बुद्धि उनका विवेचन करती है और विश्वास या अविश्वास प्रकट करती है। अविश्वास और विश्वास दोनो ही बुद्धिगत निर्णय हैं। वे इंद्रियबोध के ही परिणाम हैं...
इक्कीस अप्रैल को ई-पत्रिका अपनी माटी ने माटी के मीत नाम से एक कविता केंद्रित कार्यक्रम का आयोजन किया। सवाई माधोपुर के विनोद पदरज और अजमेर के अनंत भटनागर ने सामान्य श्रोताओं के मध्य नई कविता का प्रभावी पाठ किया और मुक्त छंद की कविता को वाचिक परंपरा से जोड़ने का सफल प्रयत्न किया। विनोद पदरज ने कचनार का पीत पात, बेटी के हाथ की रोटी, शिशिर की शर्वरी, दादी माँ, उम्र आदि कविताएँ सुनाईं, जबकि...
उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान में व्याख्यान गोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पूर्व आईएएस अधिकारी मधुकर द्विवेदी एवं प्रोफेसर उमारमण झा ने प्रोफेसर ओमप्रकाश पांडेय को वर्ष 2007 का विशिष्ट पुरस्कार दिया। इसके तहत उन्हें 51000 रूपए की धनराशि एवं ताम्रपत्र से सम्मानित किया गया। वर्ष 2007 में किन्हीं कारणों से यह पुरस्कार प्रोफेसर ओमप्रकाश पांडेय को नहीं दिया जा सका थ...
उत्तर प्रदेश के आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को अधिवक्ता मोहम्मद हसन जैदी के साथ मिल कर “साइबर क्राइम” शीर्षक पर लिखी हिंदी पुस्तक को विधाई विभाग, विधि एवं न्याय मंत्रालय, भारत सरकार से वर्ष 2011 में हिंदी में लिखित अथवा प्रकाशित पुस्तकों में तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। पुरस्कार की धनराशि 20,000 रुपए है, जो दोनों लेखकों...
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पद्मश्री डॉ नित्यानंद ने लखनऊ साहित्य महोत्सव के अंतर्गत एक भव्य समारोह में डॉ आनंद प्रकाश माहेश्वरी की पुस्तक ‘मायण’ का विमोचन किया। कैंसर से ग्रसित एक महिला की सांसारिक, पारिवारिक एवं आध्यात्मिक जीवन यात्रा से जुड़ी प्रस्तुत पुस्तक की कथावस्तु पर पद्मश्री रूना बनर्जी ने कहा कि पुस्तक...
नई दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान के सभागार में सुप्रसिद्ध साहित्यकार रमेश उपाध्याय की आत्मकथात्मक एवं साहित्यिक विमर्शों की नई पुस्तक ‘मेरा मुझ में कुछ नहीं’ का लोकार्पण वरिष्ठ आलोचक विश्वनाथ त्रिपाठी ने किया। अध्यक्षीय वक्तव्य में विश्वनाथ त्रिपाठी ने कहा कि मैं रमेश उपाध्याय से प्रेरणा पाता रहा हूं और आज भी...
रचनाकार को अपने व्यक्तिगत जीवन के साथ ही सामाजिक यथार्थ को ध्यान में रखकर रचनाएं गढ़नी चाहिएं, जो लेखक सच और सामने आते हालातों को दरकिनार कर आज भी प्रकृति और प्यार में ही लिख रहा है तो ये समय और समाज कभी उसे माफ़ नहीं करेगा, वे तमाम शायर मरे ही माने जाएं जो अपने वक़्त की बारीकियां नहीं रच रहे हैं, इस पूरी प्रक्रिया में ये सबसे...
केके बिरला फाउंडेशन ने बिहारी पुरस्कार की घोषणा की है। वर्ष 2012 के 22वें पुरस्कार के लिए जयपुर के हरिराम मीणा के उपन्यास धूणी तपे तीर को चुना गया है। इस पुस्तक का प्रकाशन वर्ष 2008 है। बिहारी पुरस्कार में एक प्रशस्ति, एक प्रतीक चिन्ह व एक लाख रूपए की राशि भेंट की जाती है। यह जानकारी फाउंडेशन के प्रवक्ता निर्मलकांति भट्टाचार्य...
काव्यरंग ब्रिटेन के शहर नॉटिंघम की अग्रणी संस्था है। हाल ही में इस संस्था ने नॉटिंघम की एशियन ऑर्ट्स काउंसिल के साथ मिल कर ट्रेंट युनिवर्सिटी में एक अनूठे कार्यक्रम का आयोजन किया-शब्दों का त्यौहार यानि कि फ़ेस्टिवल ऑफ़ वर्ड्स। याद रहे कि नॉटिंघम लॉर्ड बायरन एवं डीएच लॉरेंस की जन्मस्थली है...
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी और हिंदी-संस्कृति को प्रतिष्ठित करने के प्रयास और पहल के अनुक्रम में रायपुर, बैंकाक, मारीशस, पटाया, ताशकंद (उज्बेकिस्तान), संयुक्त अरब अमीरात में छह अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलनों के सफलतापूर्वक आयोजन के पश्चात अब 14 जून से 24 जून 2013 तक कंबोडिया, वियतनाम, थाईलैंड में 10 दिवसीय सातवां अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है...
उत्तर प्रदेश कॉडर के चर्चित आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर के काव्य संग्रह “आत्मादर्श” का विमोचन और एक विचार गोष्ठी का रविवार को प्रेस क्लब लखनऊ में आयोजन हुआ। विचार गोष्ठी का विषय था-“आत्मादर्श के संदर्भ में आधुनिक कविता के मायने”। विचार गोष्ठी में कोई अलग से मुख्य अतिथि नहीं था, विधान परिषद पुस्तकालयाध्यक्ष अरुणेंद्र...