अखिल भारतीय स्वतंत्र लेखक मंच का 25वां वार्षिक साहित्य उत्सव एवं सम्मान समारोह दिव्य आत्मा गुरु नानकदेव के प्रकाश पर्व, प्रसिद्ध कवि और लेखक हरिवंश राय बच्चन, प्रसिद्ध इतिहासकार एवं साहित्यकार काशीप्रसाद जायसवाल, प्रखर चिंतक और विचारक शिवमंगल सिंह सुमन को समर्पित किया गया। यह समारोह मुक्त धारा ओडिटोरियम भाई वीर सिंह...
राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं और साहित्यकार एवं लेखक कृष्ण कुमार यादव को राजस्थान साहित्य परिषद ने हिंदी साहित्य और ब्लॉगिंग के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए 4 नवंबर को सम्मानित किया। कृष्ण कुमार यादव को उनके हनुमानगढ़ प्रवास के दौरान राजस्थान साहित्य परिषद की ओर से उसके संस्थापक अध्यक्ष...
सुपरिचित लेखक और संस्कृतिकर्मी विकास नारायण राय ने हिंदू कालेज में हिंदी नाट्य संस्था 'अभिरंग' में प्रेमचंद की दो प्रसिद्ध कहानियों 'कफ़न' एवं 'सद्गति' के मंचन पर कहा है कि देश की युवा पीढ़ी प्रेमचंद से निकटता महसूस करती है और उन्हें प्रासंगिक समझती है यह सचमुच बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि प्रेमचंद ने जातिभेद पर तीखा प्रहार...
प्रयास संस्थान चुरू की ओर से दिया जाने वाला प्रतिष्ठित डॉ घासीराम वर्मा साहित्य सम्मान-2015 उदयपुर के प्रोफेसर माधव हाड़ा को उनकी पुस्तक 'सीढ़ियां चढ़ता मीडिया' के लिए प्रदान किया गया। प्रख्यात गणितज्ञ डॉ घासीराम वर्मा की अध्यक्षता में शहर के सूचना केंद्र में आयोजित इस समारोह में हिंदी कवि केदारनाथ सिंह मुख्य अतिथि और...
लेखिका सुनीता चौहान के कहानी संग्रह ‘आईना’ का होटल रिजेंट में प्रसिद्ध साहित्यकार रतन सिंह जौनसारी, पद्यश्री लीलाधर जगूड़ी एवं पूर्व विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने विमोचन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रतन सिंह जौनसारी ने कहा कि कहानी संग्रह आज की युवा पीढ़ी के लिए उपयोगी सिद्ध होगा। पद्यश्री लीलाधर जगूड़ी ने कहा...
सुप्रसिद्ध कथाकार-नाटककार प्रोफेसर असग़र वजाहत ने हिंदू कॉलेज में आयोजित संगोष्ठी 'नुक्कड़ नाटक का अर्थ' में कहा है कि नुक्कड़ नाटक का भविष्य उसके बहुआयामी होने में है, कथावस्तु की विविधता सीधा सरोकार ही नुक्कड़ नाटक को लोकप्रिय बनाता है, नुक्कड़ नाटक के विषयों की विविधता के साथ-साथ उसके मंथन के संबंध में भी गंभीर बातचीत होनी...
प्रसिद्ध साहित्यिक संस्था संभावना ने विख्यात हिंदी कथाकार अखिलेश पर केंद्रित 'समकालीन परिदृश्य और अखिलेश का साहित्य' राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन किया, जिसमें अनेक हिंदी विद्वानों ने अखिलेश की रचनाओं पर अपने विचार व्यक्त किए। उद्घाटन सत्र को अखिलेश ने संबोधित किया और कहा है कि शिल्प और भाषा फंदे की तरह है, लेखक के पास...
हिंदी पखवाड़ा के तहत डाक विभाग ने आज पोस्टमास्टर जनरल कार्यालय के सभाकक्ष में कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया। राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्बोधन में कहा कि कविता हमारे जीवन मूल्यों का प्रतिबिंब है, आत्मा का मौलिक व विशिष्ट संगीत...
कहानीकार एसआर हरनोट की चर्चित कहानी 'चश्मदीद' का गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय नोएडा उत्तर प्रदेश में बीएएलएलबी इंटिग्रेटेड कोर्स में हिंदी पाठयक्रम के अंतर्गत चयन किया गया है, जिसे अगले वर्ष से पढ़ाना प्रारंभ किया जाएगा। यह कहानी आधार प्रकाश प्राइवेट लिमिटेड से प्रकाशित हरनोट के बहुचर्चित और पुरस्कृत कथा संग्रह 'जीनकाठी'...
महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय। भारत में राष्ट्रवाद, व्यक्तित्व, चिंतन, त्याग और तप का एक महान और आदर्श चरित्र। अगर यूं कहें कि देश में जो भारतीय जनता पार्टी है, उसकी विचारधारा से जुड़े समाज का निर्माण करने के पीछे पंडित दीनदयाल उपाध्याय हैं तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। भाजपा अन्य राजनीतिक दलों से जिस तरह अलग दिखती है, उसमें...
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को 3 जुलाई 2015 हैदराबाद में यूनिकी नामक पुस्तक की पहली प्रति भेंट की गई। यह पुस्तक महाराष्ट्र के राज्यपाल चौधरी विद्यासागर राव ने लिखी है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने यह पुस्तक राष्ट्रपति को भेंट की, जिन्होंने इसका विधिवत विमोचन किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने आंध्र...
हिंदी साहित्य और फुटबॉल एवं फुटबॉल के प्रति दीवानगी के बीच भला क्या तालमेल हो सकता है? किसी जुनूनी से ही इसकी कल्पना की जा सकती है। धरती से लेकर अंतरिक्ष तक भारत की प्रतिभाओं ने दुनिया को ऐसे ही भारत का लोहा मनवाया है। हम जिक्र कर रहे हैं नीदरलैंड में बैठीं प्रोफेसर पुष्पिता अवस्थी का, जिन्होंने अपने हिंदी आंदोलन को कामयाब...
उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने एक समारोह में एएमबी सुरेंद्र कुमार की पुस्तक 'इंडिया एंड द वर्ल्ड-थ्रो द आइज ऑफ इंडियन डिप्लोमैट्स' का विमोचन किया। उपराष्ट्रपति ने कहा कि इस पुस्तक को सचमुच 33 फूलों के एक गमले के रूप में बताया गया है, क्योंकि किसी एक पुस्तक में 33 विशिष्ट राजनयिकों के अनुभवों का निष्पक्षतापूर्वक वर्णन...
रेल हमारे घर तक आए,क्यों न कुछ ऐसा हो जाए,रेल हमारे घर तक आए,टीटी टिकट काटकर लाए,...
विश्व पुस्तक मेले में हिंदी की लघु पत्रिका 'बनास जन' के ओमप्रकाश वाल्मीकि पर प्रकाशित विशेषांक का लोकार्पण हुआ। शब्दसंधान प्रकाशन के तत्वावधान में हुए एक संक्षिप्त आयोजन में युवा आलोचक और दलित लेखन को समर्पित डॉ बजरंग बिहारी तिवारी ने इस अंक का लोकार्पण किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि बनास जन ने एक जरूरी काम को ठीक समय...