मुंबई के शायर देवमणि पांडेय के ग़ज़ल संग्रह ‘अपना तो मिले कोई’ का लोकार्पण साहित्यकार एवं उप्र हिंदी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह ने किया। हिंदी संस्थान के प्रेमचंद सभागार में 9 फरवरी की शाम को आयोजित इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में बोलते हुए उदय प्रताप सिंह ने कहा कि हिंदी और उर्दू दरअसल एक...
नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने शुक्रवार को शुभ यात्रा पत्रिका का विमोचन किया। एयर इंडिया की यह विशिष्ट द्विभाषी (हिंदी और अंग्रेजी) मासिक पत्रिका है, जो विशेष रूप से विमान यात्रा के दौरान पढ़ने के लिए है। इसमें यात्रा, जीवन शैली, संस्कृति और मनोरंजन के सभी रंग शामिल हैं। विमान यात्रा के दौरान उपलब्ध कराई जाने वाली पत्रिका...
कविता में आपस में जोड़ने की शक्ति होती है, वह समाज को अच्छा बनाती है, कविता अंदर के भाव से प्रस्फुटित होती है, संस्कारों से पैदा होती है, संस्कार के बिना चरित्र नहीं बनेगा और चरित्र के बिना देश नहीं बनेगा। उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के तत्वावधान में सुप्रसिद्ध साहित्यकार जयशंकर प्रसाद की पावन स्मृति को समर्पित कविता लेखन विषय पर केंद्रित दो दिवसीय कार्यशाला में उप्र हिंदी संस्थान...
कथा यूके तथा डीएवी गर्ल्स कॉलेज यमुना नगर के संयुक्त तत्वावधान में 18-19 जनवरी को अंतराष्ट्रीय प्रवासी साहित्य सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दो दिवसीय सम्मेलन में कुल छह सत्र आयोजित किए गए तथा इसका समापन एक काव्य गोष्ठी से हुआ। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता प्रोफेसर राम बक्श सिंह ने की तथा मुख्य अतिथि वरिष्ठ...
राम सरूप अणखी स्मृति कहानी-गोष्ठी का डलहौजी के होटल मेहर में आयोजन हुआ। गोष्ठी में हिंदी, असमिया, पंजाबी, डोगरी की कहानियों का पाठ स्वयं कहानीकारों ने किया। संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में संयोजक अमरदीप गिल ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और तीन दिवसीय संगोष्ठी की रूपरेखा रखी। संगोष्ठी के आयोजक और कहानी पंजाब के संपादक...
आज साहित्य और राजनीति के संबंधों को पुनर्परिभाषित करने की जरूरत आ गई है, जहां साहित्य संस्कृति का सबसे बड़ा प्रतिनिधि है, वहीं राजनीति, संस्कृति का नुकसान किये बगैर आगे नहीं बढ़ती, पतनशीलता के ऐसे दौर में अभिधा से काम चल ही नहीं सकता, इसीलिए जब शब्द कम पड़ने लगते हैं, तब शब्दों को मारना पड़ता है, ताकि नए शब्द जन्म ले सकें।...
गद्य की ऐसी संशलिष्ट और प्रांजल भाषा आज कम ही देखने में आती है, जैसी युवा आलोचक पंकज पराशर की पहली आलोचना कृति पुनर्वाचन में पढ़ने को मिलती है। शीर्ष आलोचक प्रोफेसरफेसर नामवर सिंह ने इस पुस्तक का लोकार्पण करते हुए कहा कि यह एक सुगठित गद्य कृति है। उन्होंने कहा कि हिंदी में इन दिनों तमाम लोग पुनर्पाठ शब्द लिख रहे हैं,...
हिमाचल प्रदेश के जानेमाने वरिष्ठ कवि व आलोचक श्रीनिवासश्रीकांत के 75वें जन्मदिन की पूर्व संन्ध्या पर शिमला के गेयटी सभागार में उनका लेखकों ने सार्वजनिक अभिनंदन किया। इस मौके पर हिमालय साहित्य, संस्कृति और पर्यावरण मंच के तत्वावधान एक गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश के लगभग 60 साहित्यकारों ने भाग लिया। इस अवसर...
हिंदी की कथाकार स्वाति तिवारी को साहित्यिक पत्रिका 'संबोधन' ने 8वां हिंदी सेवी सम्मान प्रदान किया। राजस्थान साहित्य अकादमी के सभागार में आयोजित समारोह में मधुसूदन पंडया ने शाल एवं श्रीफल, साहित्य अकादमी के अध्यक्ष वेद व्यास ने प्रशस्ति पत्र एवं संबोधन के संपादक क़मर मेवाड़ी ने 11000/-रुपये का चेक प्रदान कर अभिनंदन किया।...
प्रयास आसनसोल ने हिंदी अकादमी आसनसोल के सहयोग से कथाकार काशीनाथ सिंह के रचनाकर्म पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी (सृजन संवाद 3) का 2 दिसंबर 2012 को आसनसोल नगर निगम सभागार में आयोजन किया। संगोष्ठी में काशीनाथ सिंह को सृजन सम्मान 2012 से सम्मानित किया गया, साथ ही साहित्यिक पत्रिका संबोधन के काशीनाथ सिंह विशेषांक का विमोचन...
केंद्रीय हिंदी निदेशालय की ओर से आयोजित प्राध्यापक व्याख्यानमाला कार्यक्रम के अंतर्गत दिसंबर में माणिक्यलाल वर्मा श्रमजीवी महाविद्यालय के हिंदी विभाग में प्रोफेसरफेसर बाबू जोसफ का व्याख्यान हुआ। भूमंडलीकरण और हिंदी-कविता विषयक व्याख्यान में प्रोफेसरफेसर बाबू जोसफ ने कहा कि आज जब विश्व गांव की परिकल्पना साकार हो रही है, ऐसे में साहित्य की चुनौतियां और भी बढ़ गई हैं। कुमार अंबुज,...
ब्रिटेन में रह रहे भारतीय मूल के हिंदी कहानीकार तेंजेंदर शर्मा को हिंदी साहित्य एवं भाषा में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए हरियाणा साहित्य अकादमी का अगला विशेष साहित्य सेवी सम्मान प्रदान किया जाएगा। सम्मान में 51,000 रूपए की धनराशि भी शामिल हैं। हरियाणा साहित्य अकादमी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी है। तेंजेंदर...
मुंबई में चार जनवरी को हुए एक साहित्य संगम में जाने माने कवि विनोद कुमार शुक्ल को साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था 'परिवार' ने परिवार पुरस्कार -2012 से नवाज़ा। समारोह के ज़रिए साहित्य जगत की दो मूर्धन्य हस्तियों को एक साथ एक मंच पर देखने का सुअवसर भी मिला। विनोद कुमार शुक्ल को यह पुरस्कार समारोह अध्यक्ष एवं वरिष्ठ कवि विष्णु...
अखिल भारत वैचारिक मंच के तत्वावधान में अखिल भारतीय अगीत परिषद के संयोजन में स्वामी रामतीर्थ प्रतिष्ठान अलीगंज लखनऊ के सभागार में वैचारिक क्रांति मंच के उद्घोषक बाबा रविकांत खरे की 78वीं जयंती पर कवि मेला एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कवि विनोद चंद्र पांडेय विनोद सेवानिवृत्त आईएएस एवं निदेशक उप्र हिंदी संस्थान ने की तथा संचालन अखिल भारतीय अगीत परिषद...
काया के पिंजरे में कैद हंसा-सी फड़फड़ाती वह पवित्र आत्मा, जो जीवन भर एक फिरंगी लेखक की बेवफाई और जमाने भर की रूसवाई का दंश सहती रही, अंतत: अनंत में विलीन हो गई। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के सीमांत डिंडौरी जिले के धुर जंगलों में बसे गुमनाम गांव रैतवार की कोसीबाई को उसका प्रारब्ध डॉ हैरी वारियर एल्विन जैसे महान शोधकर्ता लेखक तक खींच ले गया था, जो बाद में उसके लिए परम छलिया सिद्ध हुए। साहचर्य...