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Monday 19 November 2018 05:11:45 PM
झांसी। भारत और रूस में रणनीतिक, सैनिक, आर्थिक और राजनयिक सम्बंध ऐतिहासिक, विश्वासपूर्ण और बहुत ही मजबूत हैं। भारत-रूस के बीच सैन्य सहयोग पर काफी महत्वपूर्ण साझेदारियां हैं। इसीके तहत भारत और रूस में बीच झांसी के बबीना सैन्य स्टेशन पर 18 से 28 नवंबर तक होनेवाले 10वें संयुक्त सैन्य अभ्यास इंद्र-2018 की शुरूआत हो चुकी है। दोनों देशों के इस ग्यारह दिवसीय संयुक्त युद्धाभ्यास में रूस संघ की 5वीं सेना और भारतीय सेना की ओर से मेकेनाइज्ड इंफैंट्री बटालियन की कंपनी साइज की सैन्य टुकड़ियां भाग ले रही हैं। युद्धाभ्यास परेड की संयुक्त समीक्षा भारतीय सेना की ओर से व्हाइट टाइगर डिविजन के जनरल ऑफीसर कमांडिंग मेजर जनरल पीएस मिन्हास और रूस की ओर से रूसी सेना के इस्टर्न मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के कमांडर मेजर जनरल सेकोव अलेग मुसोविच ने की।
भारत और रूसी सेनाओं की संयुक्त परेड के दौरान आर्मी एविएशन के एक हेलीकॉप्टर ने दोनों देशों के राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए मार्च पास्ट किया। इस अवसर पर भारत और रूस के सैन्यधिकारी एक-दूसरे से रू-ब-रू हुए और सैन्य अभ्यास से जुड़ी गतिविधियों पर विचार-विमर्श किया। सैन्य अभ्यास के दौरान दोनों देशों की सैन्य टुकड़ियों ने संयुक्त राष्ट्र के नियमानुसार संयुक्त योजनाबद्ध तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त करना और दोनों देशों की सैन्य युद्धक रणनीतियों एवं सैन्य हथियारों के बारे में अपने वरिष्ठ अधिकारियों से गहन जानकारी प्राप्त की। भारत-रूस के बीच इस सैन्य अभ्यास का उद्देश्य एकजुटता के साथ ऑपरेशन के दौरान विशेष व्यवहारकुशलता को और भी ज्यादा सुदृढ़ करना है।