प्रगति मैदान में विश्व पुस्तक मेले में साहित्य भंडार से 'असग़र वजाहत की चुनिंदा कहानियां' का लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया। समारोह में लेखक असग़र वजाहत ने कहा कि छद्म, तमाशा और छलावा हमेशा से चुनौती रहे हैं, लेकिन हमारे समाज का छद्म बेमिसाल है, जो है उसका वह अर्थ ही नहीं है, जो निकल रहा है, बल्कि जो नहीं निकल रहा वही अर्थ...
'बाबूजी प्रसन्न मुद्रा में बोल रहे थे और मुझे लग रहा था कि अपने ही भीतर की किसी दलदल में मैं आकंठ धंसता जा रहा हूं, कोई अंश धीरे-धीरे कटा जा रहा था अंदर का, लेकिन बाबूजी के मन में गज़ब का उत्साह था।' सुपरिचित कथाकार-उपन्यासकार प्रोफेसर रामधारी सिंह दिवाकर ने अपनी चर्चित कहानी 'सरहद के पार' में सामाजिक संबंधों में आ रहे ठहराव...
राजस्थान के प्रसिद्ध रंगकर्मी एवं साहित्यकार उमेश कुमार चौरसिया की नई पुस्तक 'रवींद्रनाथ ठाकुर के बाल नाटक' का राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष प्रोफेसर बीएल चौधरी ने विमोचन किया। प्रोफेसर बीएल चौधरी ने इस पर कहा कि नाटक एक लोकप्रिय विधा है और इसके माध्यम से बच्चों को रोचक तरीके से भारतीय संस्कृति, साहित्य...
हिंदी साहित्य के ब्लॉगर व साहित्यकार एवं इलाहाबाद परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव को 15-18 जनवरी 2015 के दौरान भूटान की राजधानी थिंपू में आयोजित चतुर्थ अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन में ब्लॉगिंग हेतु 'परिकल्पना सार्क शिखर सम्मान' से सम्मानित किया गया। कृष्ण कुमार यादव को सम्मान भूटान चेंबर ऑफ कामर्स एंड...
अखिल भारतीय स्वतंत्र लेखक मंच का 24वां वार्षिक साहित्य उत्सव आदर्श पुरुष महामना मदन मोहन मालवीय, प्रख्यात गायक मोहम्मद रफ़ी, संपादक लेखक कवि और नाटककार धर्मवीर भारती, प्रसिद्ध पत्रकार बनारसीदास चतुर्वेदी एवं प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक कथाकार जैनेंद्र कुमार की जयंती के रूप में मुक्त धारा ऑडिटोरियम गोल मार्केट नई दिल्ली...
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने संसद के बालयोगी सभागार में हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार और कवि प्रोफेसर केदारनाथ सिंह को 49वें ज्ञानपीठ सम्मान से सम्मानित किया। सम्मान स्वरूप उन्हें 11 लाख रुपए का चेक, वाग्देवी सरस्वती की कांस्य प्रतिमा, प्रशस्ति-पत्र और शॉल भेंट किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि भारत कई भाषाओं का...
भारत के उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने मातृभूमि दिल्ली पुस्तक मेले का उद्घाटन किया। इसका आयोजन केरल के मातृभूमि प्रकाशन समूह ने ललित कला अकादमी, साहित्य अकादमी और संगीत नाटक अकादमी के सहयोग से किया है। मातृभूमि की ओर से इस पुस्तक मेले में विभिन्न प्रकाशकों के 10000 टाइटिल लाए गए हैं, ताकि इसकी शानदार सफलता...
यूपी प्रेस क्लब लखनऊ में नवोदित रचनाकार आयशा सिद्दीक़ी ‘तमन्ना आज़ाद’ की पहली कृति ‘एहसास-ए-मुहब्बत’ का लखनऊ के महापौर डॉ दिनेश शर्मा ने विमाचन किया। तड़क-भड़क से दूर बड़ा प्रेरक और भावना प्रधान था यह कार्यक्रम। दीपदान, माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण, वाणी वंदना और मंचस्थ अतिथियों का पुष्प गुच्छ भेंट करके उनके सत्कार...
डाउन द रैबिट होल-वॉट द बैंकर्स आर नोट टेलिंग यू इंग्लिश में प्रकाशित यह शोध पुस्तक भारत में विकास परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए बैंकों की कर्ज़ देने की प्रथाओं का विश्लेषण करती है, साथ ही यह निजी कंपनियों एवं कॉर्पोरेट घरानों के लगातार सामाजिक और पर्यावरणीय कानूनों के उल्लंघन पर भी गहराई से प्रकाश डालती है। शोध में कर्ज़ देने की प्रथा की कार्य प्रणाली, कॉर्पोरेट परियोजनाओं को दिए...
साहित्यकारों की संस्था धरोहर स्मृति न्यास के 23 मार्च को बिजनौर में हुए साहित्यिक कुंभ 2014 में मानवसेवा धर्मियों, कथाकारों, शायरों, व्यंग्यकारों और कवियों की मौजूदगी में विभिन्न क्षेत्रों की दस शीर्ष प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया, जिनमें विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ के कुलाधिपति एवं उज्जैन के जाने-माने संत सुमन भाई...
उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने आज यहां जाने-माने कवि और पद्मश्री डॉ रवींद्र नाथ श्रीवास्तव ‘राजहंस’ की लिखी पुस्तक ‘गंदी बस्तियों में सूर्योदय’ का विमोचन किया। इस मौके पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि गरीबी जहां कही भी, किसी भी रूप में हो, हमारे समाज की असफलता पर एक तीखी टिप्पणी है।...
दिल्ली में प्रगति मैदान में चल रहे विश्व पुस्तक मेले में एटा से प्रारंभ हुई हिंदी की लघु पत्रिका 'चौपाल' के प्रवेशांक का लोकार्पण हिंदी के आलोचक नामवर सिंह, कवि केदारनाथ सिंह, आलोचक खगेंद्र ठाकुर और विख्यात लेखक काशीनाथ सिंह ने किया। राजकमल प्रकाशन के मंच पर आयोजित लोकार्पण समारोह में केदारनाथ सिंह ने कहा कि किसी एक...
सर्वोत्तम आनंद है। सर्वोत्कृष्ट विलास। अध्ययनकर्त्ता का सम्मान प्राचीन परंपरा है। भारतीय सभ्यता और संस्कृति का विकास गहन विद्यार्थी वृत्ति से ही हुआ। लोकजीवन का सत्य, शिव और सौंदर्य अध्ययन प्रवचन और वांग्मय का ही प्रतिफल है। अध्ययन यशस्वी कर्म है। सर्वोत्तम सुख है और सर्वोत्तम कर्त्तव्य भी। तैत्तिरीय उपनिषद का नवां अनुवाक् पठनीय है। पहला मंत्र है, प्रकृति विधान का पालन...
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कल नई दिल्ली के प्रगति मैदान में नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि बहु-समुदायवाद और सामाजिक, सांस्कृतिक, भाषाई और धार्मिक विविधता भारत की शक्ति है, देश की ये विशेषताएं प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।...
सभी रस प्राय: आनंददाता होते हैं, लेकिन 'बतरस' का मजा ही कुछ और है। सो 'संवाद' से मन नहीं भरता। हम सब जीवन का अधिकांश भाग संवाद में लगाते हैं। भाषण और लेखन भी संवाद हैं। भाषण में श्रोता सामने होते हैं। इसलिए संबोधन में हावभाव का भी आदान प्रदान होता है। श्रोता की संलिप्तता या उदासीनता साफ समझी जाती है। लेखन में पाठक सामने नहीं होते। इसलिए हावभाव का काम भी लिखे शब्दों ही लेना पड़ता है। लेखक...