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Thursday 1 October 2015 02:55:07 AM
गंगटोक/ नई दिल्ली। चौथा अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मार्ट 14-16 अक्टूबर को गंगटोक में हो रहा है। नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में संस्कृति, पर्यटन तथा नागर विमानन राज्यमंत्री डॉ महेश शर्मा ने बताया कि इस वर्ष के आईटीएम में 27 देशों के अंतर्राष्ट्रीय खरीदार और मीडिया प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। डॉ महेश शर्मा ने कहा कि आईटीएम में पूर्वोत्तर राज्यों की समृद्धि पर्यटन क्षमता को दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वोत्तर तथा पूर्वोत्तर क्षेत्र के समग्र विकास को प्राथमिकता देते हैं और पर्यटन मंत्रालय का ध्यान क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने पर है।
डॉ महेश शर्मा ने कहा कि पूर्वोत्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए संपर्क में सुधार महत्वपूर्ण है और इसके लिए सरकार ने नए प्रयास किए हैं। इस दिशा में प्रमुख कदम गुवाहाटी को केंद्र बनाना है, ताकि पूर्वोत्तर से बेहतर संपर्क स्थापित हो सकें। उन्होंने बताया कि सरकार ने गुवाहाटी हवाई अड्डे के विकास के लिए 1200 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। पूर्वोत्तर राज्यों में पवन हंस सेवा के सहयोग से गुवाहाटी हैलिकॉप्टर केंद्र के रूप में काम कर रहा है, यह दो महीने पहले शुरू हुआ। डॉ महेश शर्मा ने बताया कि अगरतला हवाई अड्डे के लिए 484 करोड़ रुपये तथा तेजू (अरूणाचल प्रदेश) हवाई अड्डे को उन्नत बनाने के लिए 90 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। उन्होंने बताया कि पूर्वोत्तर राज्यों में पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए मजुली, तवांग और कामाख्या में तीन परियोजनाओं पर पर्यटन मंत्रालय काम कर रहा है। पर्यटन मंत्रालय की स्वदेश दर्शन (पूर्वोत्तर सर्किट) तथा प्रसाद योजनाओं के अंतर्गत 250 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।
पर्यटन राज्यमंत्री महेश शर्मा ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र की पूरी क्षमता प्राप्त करने के लिए हमें 2020 तक विश्व पर्यटन में अपनी हिस्सेदारी 9.68 प्रतिशत से बढ़ाकर एक प्रतिशत करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन से महिलाओं और युवाओं को रोज़गार मिलता है। उन्होंने पर्यटन मंत्रालय के स्वच्छता, सुरक्षा और आतिथ्य नारे को भी दोहराया। डॉ महेश शर्मा ने बताया कि ई-वीजा सुविधा 113 देशों को दी गई है और अगले वर्ष मार्च तक इसका विस्तार कर 150 देशों तक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में विदेशी पर्यटकों का पूर्वोत्तर आगमन 39.8 प्रतिशत बढ़ा है, जिसमें 2012 की तुलना में 2013 में विदेशी पर्यटकों के पूर्वोत्तर आगमन में 27.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई।