नई दिल्ली। भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और केंद्रीय उत्पाद) के 69वें बैच के प्रोबेशनरों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। प्रोबेशनों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि बड़े आर्थिक सहयोग के लिए देश की सीमाएं खुल रही हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ आर्थिक चुनौतियां अहम होती जा रही हैं तो दूसरी तरफ भारतीय राजस्व सेवा अधिकारियों की जिम्मेदारियां भी बढ़ती जा रही हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारियों पर कर प्रशासकों के रूपमें ऐसा माहौल प्रदान करने की जिम्मेदारी है, जिसमें व्यापार और उद्योग पनप सकें। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के मद्देनजर अधिकारियों का मूलमंत्र सीमाएं विभाजित करती हैं, सीमा शुल्क जोड़ता है, होना चाहिए, इससे भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में सहायता होगी।