नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मॉरिशस में 11वें विश्व हिंदी सम्मेलन में सम्मानित भारतीय हिंदी विद्वानों को दिल्ली में आयोजित अभिनंदन समारोह में सम्मानित किया। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहा कि विश्व में हिंदी की उपस्थिति मजबूत है, हिंदी को अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए विषय और प्रसार दोनों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी को अपनाना होगा। राष्ट्रपति ने कहा कि हम टेक्नोलॉजी के युग में रह रहे हैं, स्मार्ट फोन भाषाओं की दूरियां कम कर रहे हैं, इसी तरह हिंदी के प्रचार-प्रसार में टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा सकता है। राष्ट्रपति ने भारत और भारत से बाहर हिंदी को लोकप्रिय बनाने में हिंदी सिनेमा की भूमिका की सराहना की। ग्यारहवें विश्व हिंदी सम्मेलन में 45 देशों के 2000 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। हिंदी विद्वानों के अभिनंदन समारोह में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी उपस्थित थीं।